कोटा से किडनैप हुए चार साल के बच्चे को जयपुर की जीआरपी पुलिस ने बरामद कर लिया है। पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जो भिवाड़ी (हरियाणा) के रहने वाले हैं। ये लोग बच्चे को मदारी का जमूरा बनाना चाहते थे।
एडीजी जीआरपी अनिल पालीवाल ने बताया कि बच्चा चोरी के आरोपी मदारी का खेल दिखाते हैं। उनका उद्देश्य बच्चा चोरी कर उसे मदारी के खेल में जमूरा बनाने का था। कोटा से बच्चे को किडनैप कर भोपाल ले गए थे। फिर भोपाल से जयपुर शिफ्ट किया था। जयपुर से ही पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पांच मई को कोटा रेलवे स्टेशन से बच्चे के किडनैप होने के बाद सभी रास्तों पर लगे हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाले। 470 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को लीड मिली। इससे पता चला कि वारदात के बाद बदमाशों ने कोटा शहर के बाहरी इलाके में एक ढाबे पर रात गुजारी थी। ढाबे के लोगों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि बदमाश बाइक से निकले हैं। फिर पता चला कि आरोपी बच्चे को लेकर भोपाल गए थे। वहां से जयपुर आ गए हैं। जयपुर जीआरपी पुलिस ने सोमवार को भट्टा बस्ती, बड़ के बालाजी और विद्याधर नगर के इलाकों में तलाशी ली। विद्याधर नगर में बच्चा मिल गया। वहां से बच्चे को किडनैप करने वाले मुकेश मदारी, कर्ण मदारी, अर्जुन मदारी, प्रेम मदारी और लज्जो को गिरफ्तार किया।
जयपुर पुलिस को आरोपियों के पास एक अन्य बच्चा भी मिला है। उसे 10 साल पहले किडनैप किया गया था। इस बच्चे से आरोपी भीख मंगवाते थे। जमूरा बनाकर काम करवाते थे। जालखेडा, कैथून (कोटा) निवासी पिता अपने बेटे के साथ पांच मई को कोटा रेलवे स्टेशन गए थे। उन्हें आगरा फोर्ट ट्रेन से फिरोजाबाद जाना था। वे टिकट लेने के लिए लाइन में लगे थे। बेटा पास ही चेयर पर बैठा था। रात करीब 9:30 बजे पिता टिकट लेकर आए तो बेटा गायब था। उन्होंने तलाश शुरू की, लेकिन बच्चे का कहीं पता नहीं लगा। उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू की। रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज में बच्चा दो युवकों के साथ जाते दिख रहा था। ये दोनों बाहर निकल कर ऑटो स्टैंड पर रुके। फिर भीमगंज मंडी होते हुए निकल गए थे। इन्हीं बच्चा चोरों की तलाश करते हुए पुलिस गैंग तक पहुंची।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर