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देहरादूनः सर्दियों में छह माह बंद रहने के बाद शुक्रवार सुबह केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए फिर खोल दिए गए। रुद्रप्रयाग जिले में ग्यारह हजार फुट से अधिक की उंचाई पर स्थित ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग के कपाट खुलने के मौके पर मंदिर प्रांगण में हजारों श्रद्धालुओं के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। सीएम धामी ने नर सेवा, नारायण सेवा को दोहराते हुये केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना के बाद मुख्य सेवक भंडारे में सेवा देकर श्रद्धालुओं को अन्न प्रसाद वितरित किया.

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साथ ही सीएम धामी ने कपाटोद्घाटन कार्यक्रम में सम्मिलित श्रद्धालुओं को संबोधित भी किया. इस दौरान सीएम धामी ने कहा प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वादियों, हिमालय की गोद में बसे श्री केदार के दिव्य धाम की आध्यात्मिक ऊर्जा हर बार मन को एक नई शक्ति, शांति और भक्ति से भर देती है. उन्होंने कहा श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सड़क, हेलीपैड, घाट, यात्री निवास, आधुनिक पथ निर्माण एवं आपदा प्रबंधन जैसी व्यवस्थाओं को नए मानकों पर सुदृढ़ किया गया है.

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108 क्विंटल फूलों से सजा धाम

ठंड के बावजूद अपार उत्साह से भरे श्रद्धालु ‘बम-बम भोले’ और ‘जय बाबा केदार’ के जयकारे लगा रहे थे। इस मौके पर भिगवान शिव के धाम को देश-विदेश से मंगाए गए विभिन्न प्रकार के 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। तीस अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे।

उत्तराखंड के चार धामों में शामिल बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार को खुलेंगे और इसी के साथ इस वर्ष की चारधाम यात्रा की पूरी तरीके से विधिवत शुरुआत हो जाएगी। हर साल सर्दियों में भीषण ठंड के कारण चारों धामों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं जो अगले साल अप्रैल-मई में दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं। मंदिर के कपाट छह महीने के लिए खुले रहते हैं और इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु इन धामों के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। पिछले साल करीब 48 लाख श्रद्धालु हिमालयी धामों में पहुंचे।