लोकसभा चुनाव से पहले पूरे देश में सियासी पारा उफान पर है। कुछ इसी तरह का हाल उत्तराखंड में भी देखने को मिल रहा है। यहां पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत की पत्नी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे डाला।
वहीं कुछ दिन पहले हरक सिंह रावत के साथ ही ईडी की रडार पर आई लक्ष्मी राणा से पूछताछ की गई है।
पार्टी ने मुश्किल वक्त में नहीं दिया साथ
पाखरो टाइगर सफारी घोटाला मामले में ईडी ने कांग्रेस सांसद और जिला पंचायत अध्यक्ष खड़क सिंह रावत की पत्नी के आवास की तलाशी ली। छापेमारी के दौरान ईडी को उनके लॉकर में 48 लाख रुपये की ज्वेलरी और संपत्ति के दस्तावेज मिले, जिसके लिए उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लक्ष्मी राणा ने अपने इस्तीफे का कारण यह बताया कि पार्टी ने मुश्किल वक्त में उनका साथ नहीं दिया।
ईडी की छापेमारी में क्या बोलीं
कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत की पत्नी लक्ष्मी राण ईडी की कार्रवाई पर अपनी बात रखी है, उन्होंने कहा कि, “हाल ही में मेरे घर और प्रतिष्ठान पर राजनीतिक द्वेष के चलते ईडी की छापेमारी की गाई। लेकिन मैं जानती हूं कि ये कानूनी प्रक्रिया है, फिर भी पार्टी की ओर से मेरे खिलाफ इस राजनीतिक द्वेष के बारे में न कोई प्रतिक्रिया आई और न ही किसी ने इस दुख की घड़ी में मुझे ढाढ़स बंधाया।”