ठेकेदार ने अपनी पत्नी और बच्ची की धारदार हथियार से हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी। तीनों के शव उनके ही घर के कमरे में मिले थे। पुलिस ने इस मामले में मंगलवार को एक महिला को गिरफ्तार किया है।
उस पर ठेकेदार को उकसाने का आरोप है।
दरअसल, 9 मई को उरगा क्षेत्र में कुकरीचोली के भाठापारा निवासी जयराम रजक, उसकी पत्नी सुजाता (25वर्ष) और 2 साल की बेटी जेसिका का शव मिला था। मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। इसमें मकान निर्माण की बकाया राशि नहीं मिलने पर खुदकुशी करने की बात लिखी थी।
इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। इसमें पता चला कि कुछ समय पहले सिलयारीभांठा निवासी संतोषी सिंह ने मकान निर्माण कराया था। इसका करीब 1 लाख 88 हजार रुपये उसने जयराम को नहीं दिया था। इसके चलते वह परेशान था। यह भी सामने आया कि जयराम का परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था।एक दिन पहले सुबह पत्नी और बेटी को लेकर पूजा करने मड़वारानी गया था।
रात में हत्या के बाद की थी आत्महत्या
दोपहर एक बजे वापस आए, फिर रात करीब 9 बजे पूरा परिवार खाना खाकर सो गया। इसी बीच रात में जयराम ने पत्नी और बेटी की हत्या कर दी, फिर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह बड़े भाई श्रीराम रजक ने दरवाजा बंद होने पर आवाज दी। जब कोई जवाब नहीं मिला, तो टंगिया से दरवाजा तोड़ा गया था।
जब श्रीराम अपनी मां के साथ कमरे में पहुंचा, तो भाई-भाभी और भतीजी की लहूलुहान लाश पड़ी थी। पति-पत्नी के गले में रस्सी बंधी थी। वहीं धारदार हथियार से उन्हें मारने के निशान मिले थे। उनके शव बिस्तर पर पड़े थे, जबकि जयराम का शव जमीन पर था। शरीर पर गंभीर चोट के निशान भी मिले थे।
पुलिस को आशंका है कि जयराम ने पत्नी और बच्ची की धारदार हथियार से हत्या की। इसके बाद खुद भी फांसी लगा ली। रस्सी कमजोर होकर टूटने के चलते शव जमीन पर गिरा और उस पर चोट के निशान आए। ऐसे में संदेह था कि तीनों की हत्या की गई होगी।
थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा ने मंगलवार को बताया कि, सुसाइड नोट और मिस्त्री-लेबर के बयान लिया गया। जिसके आधार पर महिला संतोषी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया। अब गिरफ्तार पर आरोपित को जेल भेज दिया गया है।