उत्तराखंड के अंकिता भंडारी मर्डर केस में पुलिस की एसआईटी चार्जशीट दाखिल करने वाली है. लेकिन इस केस में वीआईपी की मिस्ट्री जस की तस बनी हुई है. वनंतरा रिसॉर्ट में काम करनेवाली अंकिता ने अपनी मौत से पहले अपने दोस्त के साथ चैट करते हुए उस पर किसी वीआईपी को एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए दबाव बनाए जाने की बात कही थी. लेकिन इतने दिनों के बाद भी एसआईटी को ये पता नहीं चला कि वो वीआईपी कौन था? उधर, इस मामले के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता पर एक नया सनसनीखेज इल्ज़ाम लगा है. आइए आपको बताते हैं ये पूरी कहानी.
‘वीआईपी’ का रहस्य अभी तक बरकरार
उत्तराखंड के अंकिता मर्डर केस की जांच अपने मुकाम की तरफ बढ़ रही है. पुलिस ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य समेत बाकी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी तैयार कर ली है, बस उसे दाखिल करने की तैयारी है. हफ्ते भर के अंदर एसआईटी चार्जशीट को अदालत में दाखिल करेगी. मगर लंबी जांच के बावजूद अंकिता भंडारी केस में ‘वीआईपी’ का रहस्य अभी तक बरकरार है.
पुलिक के पिता पर कुकर्म का आरोप
उत्तराखंड का सनसनीखेज अंकिता भंडारी मर्डर केस एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. ऐसा होने की दो वजहें हैं. अव्वल तो मामले की जांच कर रही उत्तराखंड पुलिस की एसआईटी ने अपनी तफ्तीश लगभग पूरी कर ली है और चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है. दूसरी ओर मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता और बीजेपी नेता विनोद आर्य पर नया सनसनीखेज इल्ज़ाम लगा है, ये इल्जाम लगाने वाला भी कोई और नहीं बल्कि खुद विनोद आर्य का निजी ड्राइवर है. जिसने विनोद पर उसके साथ कुकर्म करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है.
वक्त से पहले चार्जशीट दाखिल करना चाहती है एसआईटी
अंकिता मर्डर केस की जांच के मामले में बात करें तो इस केस की जांच कर रही एसआईटी अब चार्जशीट दाखिल करने जा रही है. क्योंकि इस वाकये को हुए अब 90 दिनों का वक्त पूरा होने वाला है. पुलिस उससे पहले ही चार्टशीट दाखिल करना चाहती है, ताकि आरोपियों को चार्जशीट में देरी का कोई फायदा ना मिले. पुलिस ने पुलकित और उसके साथियों पर आईपीसी की धारा 302, 120 बी और 201 के तहत कत्ल, साजिश रचना और सबूत मिटाने की धाराओं के साथ-सात मानव तस्करी के इल्जाम में भी केस दर्ज किया है.
चैट में अंकिता ने किया था किसका जिक्र?
हालांकि इस मामले में वीआईपी को लेकर रहस्य बरकरार है. असल में कातिलों का शिकार बनी अंकिता ने अपने दोस्त पुष्पदीप के साथ चैट में पुलकित और उसके सहयोगियों पर रिसोर्ट में किसी वीआईपी को सर्विस देने के लिए खुद पर दबाव डाले जाने की बात कही थी. लेकिन ये सवाल अब भी जस का तस है कि आखिर वो वीआईपी कौन है? हालांकि पुलिस का कहना है कि अब तक की छानबीन के मुताबिक वीआईपी से मतलब वीआईपी सुइट से है. ऐसे में सवाल ये है कि आखिर वो व्यक्ति विशेष कौन है, जिसका जिक्र अंकिता अपनी चैट में कर रही थी.
18 सितंबर 2022 की रात हुआ था अंकिता का मर्डर
पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर स्थित गंगा भोगपुर में बने वनंतरा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और उसके अन्य दो साथियों ने अंकिता की हत्या कर दी थी. तीनों ने मिलकर 18 सितंबर की रात नहर में अंकिता को फेंक दिया था. इस मामले में पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने खुद ही अंकिता के गुमशुदा होने की शिकायत पुलिस से की थी. हालांकि, बाद में उनकी चालाकी उजागर हो गई और 19 साल की अंकिता का शव बीते 24 सितंबर को ऋषिकेश के नजदीक चिल्ला नहर से बरामद किया गया था.
अंकिता से गलत काम कराना चाहता था पुलकित
पूर्व बीजेपी नेता का पुत्र सत्ता के नशे में चूर रहता था. आरोप है कि अपने गेस्ट को खुश करने के लिए पुलकित आर्य अंकिता पर गलत काम करने का दबाव बना रहा था. वो उसे किसी वीआईपी के लिए एक्ट्रा सर्विस देने के लिए कह रहा था. मगर, अंकिता ने इससे साफ इनकार कर दिया था. इसका राज खुलने के डर से पुलकित ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंकिता की हत्या का प्लान बनाया था.
आरोपियों के नार्को टेस्ट की तैयारी
उधर, पुलिस की एसआईटी अब इस मामले में आरोपियों के नार्को टेस्ट की तैयारी कर रही है. हालांकि नार्को के लए अपनी रजामंदी देने को लेकर मुख्य आरोपी पुलकित ने दस दिनों का वक्त मांगा है. एसआईटी उसके जवाब का इंतजार कर रही है. इस मामले से अलग पुलकित के पिता विनोद आर्य पर भी अब संगीन इल्जाम में मुकदमा दर्ज हो चुका है. उसके ड्राइवर ने कहा है कि विनोद आर्य उसका यौन शोषण कर रहा था. हालांकि शुरुआती तफ्तीश में पुलिस को पीड़ित के बयानों में विरोधाभास नजर आया है. मामले की छानबीन की जा रही है.