राधा स्वामी सत्संगियों ने जिस सड़क पर अपना गेट लगाया है. उसके पास खेत में एक लावारिस शव मिलने से हड़कंप मंच गया. बताया जा रहा है कि शव कई दिन पुराना है. उसका अधिकतर हिस्सा जानवरों ने खा लिया है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
सत्संगियों द्वारा बनाए गेट के पास लावारिस शव मिलने से सनसनी फैल गई. जानवारों ने शव को बुरी तरह क्षत विक्षत कर दिया है. इस कारण शव की पहचान नहीं हो पा रही है. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. जानकारी के मुताबिक, मामला आगरा के दयालबाग इलाके का है. यहां राधा स्वामी सत्संगियों ने जिस सड़क पर अपना गेट लगाया, उसके पास खेत में एक शव मिला है. पास में ही नहर है. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक, शव कई दिन पुराना है. उसका अधिकतर हिस्सा जानवरों ने खा लिया है.
शव की पहचान करने की कोशिश कर रही पुलिस
इस मामले में डीसीपी सूरज राय ने बताया कि काफी कोशिशों के बावजूद शव की पहचान नहीं हो पाई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है. शव की पहचान के लिए पुलिस कोशिश कर रही है. इस मामले को लेकर सभी पुलिस थानों के साथ जानकारी शेयर की गई है.
रविवार को हुई थी सत्संगियों और पुलिस में झड़प
बता दें कि 24 सितंबर को सत्संगियों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी. पुलिस दयालबाग में सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने गई थी. इस दौरान पहले से हजारों की संख्या में जुटे राधा स्वामी के सत्संगियों ने पुलिस को घेरकर लाठी-डंडे से वार किया. पुलिस ने भी सत्संगियों को भगाने के लिए लाठीचार्ज किया. इसमें DCP और ACP समेत करीब 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी और 64 सत्संगी घायल हो गए. इसके बाद इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया.
सत्संगियों के समर्थन में अखिलेश ने किया था ट्वीट (X)
इस घटना के बाद यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट (X) कर सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने लिखा था कि राधास्वामी मत के मानने वाले सम्पूर्ण विश्व में अपने अध्यात्म, प्रेम, करुणा और सत्संग के लिए अनुकरणीय हैं. दयालबाग सदैव से आस्था, सौहार्द, सेवा और शिक्षा का प्रतीक रहा है.
समाजवादी पार्टी राधास्वामी सत्संग के साथ- अखिलेश
सपा प्रमुख ने आगे लिखा, दयालबाग की जमीन पर अब सत्ताधारी और पुलिस-प्रशासन मिलकर भाजपाई भू-माफियों की स्वार्थ सिद्धि में लग गए हैं. ये सत्संग की महान भारतीय परंपरा पर घातक प्रहार है, जिसका आस्थावान और शांतिप्रिय राधास्वामी मतावलंबी पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं. इस अन्याय के विरोध में समाजवादी पार्टी राधास्वामी सत्संग के साथ खड़ी है और दयालबाग को बचाने की मुहिम में हर तरह से साथ है. भाजपा का धर्म-विरोधी बुलडोजर जनता नहीं सहेगी.