हल्द्वानी में कल हुई घटना के बाद डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय-एसटीएच में आईसीयू में भर्ती 3 दंगाइयों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
उधर उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता के द्वारा एक समाचार एजेंसी से 4 दंगाइयों की मौत की पुष्टि कर दी गयी है
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एसटीएच के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार भी यहां दो लोगों को कल रात्रि और दो को आज सुबह मृत अवस्था में लाया गया था।
इधर प्रदेश की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी व डीजीपी अभिनव कुमार ने भी चिकित्सालय पहुंचकर उनका हाल जाना। डीजीपी अभिनव कुमार ने इस दौरान कहा कि दंगाइयों को चिन्हित किया जायेगा और उनके विरुद्ध विधिक परामर्श लेकर एनएसए यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून या यूएपीए या भारतीय विधि संहिता के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस घटना में करीब 3 दर्जन पुलिस कर्मियों को चोटें आयी थीं, लेकिन अधिकांश को अस्पतालों में उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी है। किसी को अधिक चोट नहीं है।
( हलद्वानी अपडेट )
यह भी कहा कि जल्द से जल्द हल्द्वानी के वनभूलपुरा के अतिरिक्त अन्य शहर में स्थितियां सामान्य करने और कर्फ्यू हटाने तथा रेलवे पर लगायी गयी कुछ पाबंदियों को हटाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 24 से 48 घंटे में पुलिस की सख्ती के परिणाम देखने को मिलेंगे।
डीजीपी व मुख्य सचिव के एसटीएच से लौटने के बाद करीब 15 पुलिस कर्मियों को यहाँ घायल अवस्था में बस से लाया गया है। उधर आज शुक्रवार है इसलिए जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन की ओर से कहा गया है कि नमाजी घर पर ही रहें। कर्फ्यू में केवल मेडिकल सेवा को छूट है।
इधर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने प्रेस वार्ता के दौरान हल्द्वानी में कहा कि सरकार के खिलाफ अगर कोई भी कार्यवाही होगी तो अराजकतत्वों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने स्थलीय निरीक्षण का जायजा लेते हुये जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिये आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर के हालात सामान्य हैं। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि शहर के हालातों से मुख्यमंत्री को अवगत कराने के पश्चात आगे की कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
उन्होंने आम जनता को क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था के लिए सराहना की। सचिव श्रीमती रतूड़ी द्वारा सुशीला तिवारी चिकित्सालय में घायल मरीजों से मुलाकात की। उन्होंने सीएमएस सुशीला तिवारी चिकित्सालय को निर्देश दिये कि मरीजों को उपचार में कोई कोताही ना बरती जाए साथ ही उन्होंने बनभूलपुरा चौकी का भी निरीक्षण कर प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये। स्थलीय निरीक्षण के दौरान पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, जिलाधिकारी वंदना, डीआईजी योगेन्द्र रावत, एसएसपी पीएन मीणा आदि अधिकारी मौजूद थे।
इधर हल्द्वानी की घटना पर नैनीताल के पूर्व चर्चित जिलाधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने कहा है, ‘असल दर्द UCC का था। उत्तराखण्ड के हल्द्वानी में पत्थरबाज़ दंगाइयों ने की आगजनी। कोर्ट के आदेश से रेलवे की भूमि पर बनी मज़ार, मदरसे का अतिक्रमण हटाया जा रहा था। सब जानते हैं कि हल्द्वानी का बनभूलपुरा इलाक़ा अराजक तत्वों का अड्डा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सख़्ती से निबटना चाहिए।’
कबाड़ बीनने वाले को दंगाइयों ने मारी गोली
उधर हल्द्वानी में हिंसा के दौरान दंगाइयों द्वारा कबाड़ बीनने का काम करने वाले अजय नाम के लड़के को गोली मारने की घटना भी सामने आई है। एसटीएच में भर्ती अजय का उपचार कर रहे चिकित्सकों के अनुसार अजय को लगी गोली पीछे से निकल गयी। लेकिन उसकी पेशाब की थैली फट चुकी है साथ ही शरीर के भीतर और भी नुकसान पहुंचा है।
हल्द्वानी हिंसा पर मुख्यमंत्री धामी का ताज़ा बयान
इधर हल्द्वानी हिंसा पर मुख्यमंत्री धामी ने ताज़ा बयान में कहा है-‘दंगाइयों और उपद्रवियों के विरुद्ध करेंगे कठोरतम कार्रवाई हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना के संबंध में शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। पुलिस को अराजक तत्वों से सख़्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है, सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जायेगा।
हल्द्वानी की सम्मानित जनता से अनुरोध है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।’
एसडीएम रेखा कोहली ने दीवार के पीछे छुपकर बचायी जान
हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर हमले के दौरान शुरुआत से एक एसडीएम के घायल होने की बात सामने आ रही थी। वह एसडीएम थीं कालाढुंगी की एसडीएम रेखा कोहली। एसडीएम रेखा कोहली को दीवार के पीछे छुपकर जान बचाने की तस्वीर सामने आई हैं। तीन चार पुलिसकर्मी उन्हें बचाने की कोशिश करते दिखे , जिसके बाद भारी संख्या में पहुंची पुलिस ने एसडीएम की जान बचाई।
हल्द्वानी में ताजा हालात यह हैं कि हेलीकॉप्टर से पूरे वनभूलपुरा क्षेत्र की निगरानी व जांच की जा रही है। मुख्य साजिशकर्ता की तलाश है। 3 अभियोग दर्ज हो चुके हैं। पूरे शहर में इंटरनेट की सेवा बंद है। धारा 144 लागू है।
हेलीकॉप्टर से पूरे क्षेत्र की निगरानी व जांच की जा रही है