खबर शेयर करें -

दिल्ली,

आफताब ने श्रद्धा का मर्डर क्यों किया. इस सवाल का जवाब तलाश किया जा रहा है, लेकिन अब इस पूरी कहानी में श्रद्धा के मोबाइल में मौजूद एक वीडियो की एंट्री भी हो गई, जिसे श्रद्धा आफताब के जाल से निकलने की चाबी मानती थी. श्रद्धा के दोस्त से मिली एक्सक्लूजिव जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो अगर मिल जाता है तो श्रद्धा मर्डर केस में बहुत बड़ा खुलासा हो सकता है.

खुल रहे हैं आफताब के पोल

आफताब ने जून में वसई से दिल्ली 37 सामान शिफ्ट मंगवाए थे. इसके पीछे भी आफताब की एक सोची समझी साजिश थी. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आफताब ये दिखाने की कोशिश में लगा था कि श्रद्धा उसे छोड़कर चली गई और अपने साथ लाए गए हाउस होल्ड आइटम भी लेकर चली गई और उसे अपनी जरूरत के सामान दोबारा वसई से मंगाना पड़ा. इसके लिए उसने बाकायदा एक पैकर्स कंपनी से सामान मंगवाने के लिए आन लाइन बुकिंग की थी.

बढ़ गई आफताब की पुलिस हिरासत 

उधर, दिल्ली की एक अदालत ने आरोपी आफताब की पुलिस हिरासत मंगलवार को और चार दिन के लिए बढ़ा दी, जबकि एक अन्य अदालत ने उसका पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की भी इजाजत दे दी. आपताब की पांच दिनों की पुलिस हिरासत आज खत्म हो रही थी.

वहीं, बचाव पक्ष के वकील के मुताबिक, आफताब ने अदालत को बताया कि उसने क्षणिक आवेश में आकर वारदात को अंजाम दिया. उसने अदालत के समक्ष यह भी कहा कि वह पुलिस के साथ सहयोग कर रहा है. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला ने कहा, जांच अधिकारी द्वारा बताए गए कारणों के मद्देनजर, इस अदालत की यह राय है कि मामले में जांच के निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए आरोपी की पुलिस हिरासत बढ़ाई जाए. तदनुसार, आरोपी को 26 नवंबर तक चार दिनों की अतिरिक्त अवधि के लिए पुलिस हिरासत में भेजा जाता है.

गौरतलब है कि आफताब (28) को 12 नवंबर को दिल्ली पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में किराये के अपने फ्लैट में श्रद्धा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. पुलिस ने कहा था कि आफताब ने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या की तथा उसके शव के करीब 35 टुकड़े किए जिसे उसने घर में 300 लीटर के फ्रिज में लगभग तीन सप्ताह तक रखा और फिर उन्हें शहर के विभिन्न इलाकों में कई दिनों तक फेंकता रहा.