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लालकुआं प्रॉपर्टी डीलर की आत्महत्या के बाद प्रशासन पर सवाल उठाने लगे हैं। इसी बीच मंगलवार को कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने हल्द्वानी तहसील का अचानक निरीक्षण कर कामकाज का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने लंबित फाइलों, वसूली में देरी, और बाबू-पटवारी-अमीन द्वारा फाइलें लटकाने समेत अन्य गड़बड़ियों पर गहरी नाराजगी जताई।आयुक्त ने पाया कि कई नोटिस बिना तारीख डाले ही भेजे जा रहे थे और महत्वपूर्ण फाइलें बिना कारण महीनों से लंबित हैं। वसूली में भी कर्मचारियों के स्तर पर लापरवाही बरती जा रही थी। उन्होंने सख्त शब्दों में अधिकारियों व कर्मचारियों को चेतावनी दी कि कार्य में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और फाइलों के निस्तारण में पारदर्शिता, समयबद्धता तथा ईमानदारी बरतना जरूरी है।

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कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि आमजन की समस्याएं जल्द से जल्द हल हों, इसके लिए सभी पटवारी व अन्य अधिकारी हर सप्ताह जनसुनवाई करें, लंबित फाइलों का रिकॉर्ड जनता के सामने भी प्रस्तुत करें, और पात्रता के मुताबिक हर मामले में त्वरित समाधान हो। निरीक्षण के दौरान तहसील कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति नजर आई और कई कर्मचारियों को जवाब तलब किया गया।

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सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई लालकुआं प्रॉपर्टी डीलर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उठते जनता के सवालों की पृष्ठभूमि में हुई। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और प्रक्रियाओं को सुचारू किया जाएगा।