अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं। अरुणाचल प्रदेश की 60 सदस्यीय विधानसभा और लोकसभा की 2 सीटों के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग होनी है, लेकिन इस वोटिंग से पहले ही बीजेपी ने 10 सीटों पर जीत हासिल कर ली है।
विपक्ष इन 10 सीटों पर कहीं भी टिक नहीं सका और बीजेपी कैंडिडेट निर्विरोध जीत गए।
अरुणाचल सीएम भी निर्विरोध जीते
अरुणाचल प्रदेश में आज नामांकन वापसी की अवधि समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री पेमा खांडू, उनके डिप्टी चाउना मीन और आठ अन्य निर्विरोध चुन लिए गए। खांडू ने कहा- “हमने 10 सीटें निर्विरोध जीत ली हैं, वोट पड़ने से पहले ही यह एक बड़ी जीत है, यह हमारे विकास कार्यों के लिए लोगों के भारी समर्थन को दर्शाता है। लोग चाहते हैं कि हम बने रहें, हमारी सरकार बनना तय है।”
कहीं विपक्ष खड़ा नहीं हुआ तो कहीं टिका नहीं
पेमा खांडू तवांग जिले के मुक्तो विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने वाले एकमात्र व्यक्ति थे, जबकि उप मुख्यमंत्री चौना मीन ने चौखम सीट पर निर्विरोध जीत हासिल की, क्योंकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के बयामसो क्रि ने शनिवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। अन्य छह विधानसभा क्षेत्रों में केवल एक नामांकन पत्र दाखिल किया गया था, जबकि चार अन्य में विपक्षी उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली।
कौन-कौन जीते निर्विरोध
निर्विरोध चुने गए अन्य उम्मीदवारों में ताली सीट से जिक्के ताको, तलिहा से न्यातो डुकोम, रोइंग से मुत्चू मिथि, हयुलियांग से दासंगलू पुल, बोमडिला से डोंगरू सिओंगजू और सागली से पहली बार चुने गए रातू तेची और जीरो से हेज अप्पा हापोली शामिल हैं। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की उम्मीदवार ताई ताड़प का नामांकन अवैध पाए जाने के बाद भाजपा उम्मीदवार तेची कासो ने ईटानगर निर्वाचन क्षेत्र से निर्विरोध जीत हासिल की।