खबर शेयर करें -

आमतौर पर दिसंबर के पहले हफ्ते का तापमान 24 से 26 डिग्री के आसपास रहता है। इस बार सात दिसंबर तक तापमान 26 डिग्री से नीचे जाने की संभावना नहीं है। इसके 26 या 27 डिग्री पर रहने के आसार हैं। 2011 से अब तक दिसंबर के पहले हफ्ते में मौसम का ऐसा मिजाज नहीं दिखा था। इस बार दिसंबर का पहला हफ्ता पिछले एक दशक में सबसे गर्म हो सकता है।

देश के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा जा रहा है, जबकि दिसंबर का महीना शुरू हो चुका है। ज्यादातर राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिक है।

आमतौर पर दिसंबर के पहले हफ्ते का तापमान 24 से 26 डिग्री के आसपास रहता है। इस बार सात दिसंबर तक तापमान 26 डिग्री से नीचे जाने की संभावना नहीं है। इसके 26 या 27 डिग्री पर रहने के आसार हैं। 2011 से अब तक दिसंबर के पहले हफ्ते में मौसम का ऐसा मिजाज नहीं दिखा था। इस बार दिसंबर का पहला हफ्ता पिछले एक दशक में सबसे गर्म हो सकता है। अक्तूबर और नवंबर माह में बारिश न होने के कारण ठंड का आगाज देरी से हो रहा है। 12 से 15 दिसंबर के बाद ही ठंड के जोर पकड़ने की संभावना है। अक्तूबर, नवंबर और दिसंबर में बारिश ठंड को बढ़ाने के लिए जरूरी होती है, लेकिन यह पूरी तरह से पश्चिमी विक्षोभ पर निर्भर है। इस बार कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को प्रभावित नहीं कर पा रहे हैं रहे हैं। इसीलिए ठंड के आगमन में देरी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, बिहार, पंजाब, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक यानी सामान्य से काफी ज्यादा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश में तापमान गिरा
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 से 3 डिग्री सेल्सियस यानी काफी नीचे है। इसी प्रकार पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों, सौराष्ट्र, कच्छ, कोंकण और गोवा में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 से 3 डिग्री सेल्सियस नीचे बना हुआ है। अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में तापमान बढ़ेगा
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं। इसी दौरान पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान लगाया गया है। दिल्ली और एनसीआर में न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। दिल्ली में ऑधकतम तापमान 24 से 27 और न्यूनतम 10 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। ज्यादातर इलाकों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास दर्ज किया जा रहा है।
देश का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री
देशभर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो सोमवार को तटीय कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 346 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिम मध्य प्रदेश के नौगांव में न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

 

यह भी पढ़ें -  582 मलिन बस्तियों को राहत...तीन साल तक उजड़ने का खतरा टला, अध्यादेश को राजभवन की मंजूरी