रुद्रपुर (उत्तराखंड), 21 फरवरी (भाषा) किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में बुधवार को उत्तराखंड के रुद्रपुर शहर में जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरना दिया।
बड़ी संख्या में किसान अपनी मांगों को लेकर पंजाब-हरियाणा सीमा पर डेरा डाले हुए हैं।
किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च शुरू किया था। इन किसानों को हरियाणा सीमा पर ही रोक दिया गया था, जहां उनकी सुरक्षाकर्मियों से झड़प हुई थी।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी और कृषि कर्ज माफी समेत अपनी मांगों को लेकर किसान तब से हरियाणा के साथ लगती पंजाब की सीमा पर शंभू और खनौरी सीमाओं पर डटे हुए हैं।
रुद्रपुर में किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। पुलिस ने उन्हें कार्यालय के बाहर ही रोक दिया और इसके बाद वे वहां बैठ गये और उन्होंने अपनी मांगों को उठाया।
किसानों ने कहा कि देश के लाखों किसान अपनी उचित मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र उन्हें झूठे आश्वासन देकर गुमराह कर रहा है।
तराई किसान यूनियन के प्रमुख तजेंद्र सिंह ने कहा, ”जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम पीछे नहीं हटेंगे।”
किसानों ने महंगाई पर नियंत्रण और आवश्यक वस्तुओं से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) हटाने सहित अपनी विभिन्न मांगों को सूचीबद्ध करते हुए जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा।
पेट्रोलियम उत्पादों और रसोई गैस पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती, वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, दिव्यांग व्यक्तियों, खिलाड़ियों को रेलवे द्वारा राहत और एक व्यापक ऋण माफी योजना किसानों की मांगों में शामिल है