खबर शेयर करें -

आगरा में ससुर की तेरहवीं में शामिल होने आई बहू को पति, बेटे और देवर ने जमकर पीटा। इससे मन नहीं भरा तो उसके बाल काट दिए। इसके बाद 13 साल की बेटी के संग कमरे में बंद कर दिया।

छह दिन तक भूखा प्यासा रखा। वह किसी तरह घर से भागकर मायके पहुंची। इसके बाद शनिवार को पुलिस से शिकायत की है। मामले में तीन नामजद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

बाह थाना क्षेत्र के बासौनी के लखनपुरा गांव की है। गांव के रहने वाले 85 वर्षीय हुलासी के दो बेटे विशुनलाल और रामज्ञान हैं। विशुनलाल की पत्नी साधना ने बताया कि ससुर बीमार थे। छह महीने पहले आगरा के अस्पताल में उपचार कराया। इससे उनकी हालत में सुधार हो गया। वह गांव में ही रह रहे थे। ससुर का इलाज कराने के बाद वह दिल्ली काम करने चली गई।

12 जुलाई को ससुर ने फोन किया। बताया कि उनकी तबीयत खराब है। बेटे इलाज के लिए नहीं ले जा रहे हैं। इस पर वो गांव आ गई। 13 जुलाई को ससुर की मौत हो गई। इस पर ससुरालियों ने उससे अभद्रता की। घर से निकाल दिया। वह अपने मायके नरैनी, इटावा में रह रही थी। 26 जुलाई को ससुर की तेरहवीं थी। इसमें शामिल होने के लिए वह भी बेटी के साथ गांव आई थी।

यहां बेटे सुमित, पति विशुनलाल, देवर रामज्ञान, दीवान सिंह ने लाठी-डंडों से पीटा। बाल भी काट दिए। इसके बाद बेटी कामिनी के साथ कमरे में बंद कर दिया। भूखा-प्यासा रखा। छह दिन बाद वह रात के अंधेरे में बेटी संग घर से भाग निकली और मायके पहुंची। शनिवार देर शाम थाना बाह पहुंची। पुलिस ने उनका मेडिकल कराया। वहीं तहरीर के आधार पर बेटे, पति और देवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि साक्ष्य संकलन कर कार्रवाई की जाएगी।

You missed