खबर शेयर करें -

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तराखंड में कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लगते जा रहे है कांग्रेस के सिनयर नेता पार्टी को अलविदा कह रहे हैं

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तराखंड में कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लगते जा रहे है कांग्रेस के सिनयर नेता पार्टी को अलविदा कह रहे हैं इधर लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी रहे भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत जयंती के प्रदेश के मुख्य संयोजक तथा पूर्व दर्जा राज्य मंत्री और वर्तमान में उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव गोपाल सिंह रावत ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है

यह भी पढ़ें -  सोशल मीडिया पर दोस्ती, फिर झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप, मुकदमा दर्ज

इधर दिए इस्तीफे के बाद

गोपाल सिंह रावत ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नीतियों से प्रभावित होकर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विकास कार्यों को देखते हुए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश लगातार ऊंचाइयों की ओर जा रहा है उन्होंने कहा कि पिछले काफी दिनों से कांग्रेस पार्टी के नीति और रीतियों में मतभेद देखा जा रहा है जिसके चलते पार्टी हासिये पर चली गई है।

यह भी पढ़ें -  कार सवार युवकों की दबंगई, दारोगा पर ताना तमंचा; गाड़ी की चपेट में आने से बाल बाल बचे

उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड लगातार विकास कर रहा है भारतीय जनता पार्टी के नीतियों से प्रभावित होकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी और अपने पद पद से इस्तीफा दिया है

उन्होंने कहा कि जल्द ही अपने समर्थकों के साथ वह भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करेंगे।उन्होंने दावा किया है कि जल्द और कई काग्रेंस के बड़े नेता भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें -  'ऑपरेशन कालनेमि' का शंखनाद कर बोले सीएम धामी, 'ढोंगियों सुधर जाओ, नहीं तो पुलिस आपका ऐसे करेगी द एंड'

वही गोपाल सिंह रावत के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर से हलचल पैदा हो गई है कांग्रेस के कई नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं ऐसे में गोपाल सिंह रावत के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी पर असर होना स्वभाविक है।

बाईट, गोपाल सिंह रावत पूर्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता।