खबर शेयर करें -

हरिद्वार जिले में वित्तीय वर्ष 2022-23 में जन्म के आधार पर योजना का लाभ प्राप्त करने वाले कुल 1328 आवेदनों में से 70 एवं 12वीं पास के आधार पर लाभ लेने के लिए कुल 4174 आवेदनों में से 123 (कुल 193) आवेदनों में आय प्रमाण पत्रों से छेड़छाड़ की गई थी।

दसवीं और बारहवीं की फर्जी मार्कशीट बेचने वाले गिरोह गिरफ्तार,10-10 हजार में बेचता था फ़र्ज़ी मार्कशीट

उत्तराखंड में नंदा गौरा योजना में धांधली के आरोपी 193 लोगों के खिलाफ मंगलवार को मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों पर 420 सहित विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस ने ये कार्रवाई विभागीय मंत्री रेखा आर्य के निर्देश के बाद की।

यह भी पढ़ें -  हर की पैड़ी से गायब हुआ गंगा का पानी, तो दिखने लगी रेल की पटरियां.. ये है माजरा

मंत्री रेखा आर्य ने हाल ही में मामले की जांच कर अपात्र लाभार्थियों और दोषी अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा था कि योजना का लाभ लेने वाली सभी बालिकाओं के प्रमाण पत्रों की भी जांच की जाए, ताकि कोई अपात्र पात्र बालिका का हक छीनकर योजना का लाभ न ले सके।

यह भी पढ़ें -  मामूली विवाद में छोटे भाई की हत्या करने वाला बड़ा भाई गिरफ्तार, गंडासा से किए थे कई वार

क्या है मामला

हरिद्वार जिले में वित्तीय वर्ष 2022-23 में नंदा गौरा योजना का लाभ लेने के लिए आय प्रमाण पत्रों से छेड़छाड़ कर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया था। इसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 में जन्म के आधार पर योजना का लाभ प्राप्त करने वाले कुल 1328 आवेदनों में से 70 एवं 12वीं पास के आधार पर लाभ लेने के लिए कुल 4174 आवेदनों में से 123 कुल 193 आवेदनों में आय प्रमाण पत्रों से छेड़छाड़ की गई। प्रमाण पत्रों में की गई छेड़छाड़ पर मुख्य विकास अधिकारी हरिद्वार इन आवेदनों को रद्द कर चुके हैं।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड में लेक्चरर के पदों पर निकली बंपर भर्ती, UKPSC ने जारी की अधिसूचना, पढ़ें डिटेल

लालकुआं पुलिस की गिरफ्त में आया जहर खुरानी गिरोह का सदस्य, गहन पूछताछ जारी

योजना के तहत इतना मिलता है लाभ

प्रदेश सरकार की ओर से नंदा गौरा देवी कन्याधन योजना के तहत बालिकाओं के जन्म के समय 11 हजार रुपये माता-पिता को दिए जाते हैं। इसके बाद बालिका के इंटर पास करने पर 51 हजार रुपये दिए जाते हैं। यह सहायता राशि पात्र बालिकाओं के अभिभावकों को दी जाती है।