📍देहरादून, 20 जुलाई 2025: उत्तराखंड की राजधानी के पटेलनगर क्षेत्र में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जब एक घर में एलपीजी सिलेंडर से गैस रिसाव के चलते धमाका हो गया। इस हादसे में एक ही परिवार के पांच लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिनमें तीन मासूम बच्चे भी शामिल हैं।
🧪 फॉरेंसिक जांच का खुलासा:
खिड़कियां और दरवाजे पूरी रात बंद रहने के कारण कमरे में गैस भर गई थी। सुबह 6:45 बजे नंगी तार से हुए स्पार्क के चलते आग लगी और धमाका हो गया।
खिड़कियां और दरवाजे पूरी रात बंद रहने के कारण कमरे में गैस भर गई थी। सुबह 6:45 बजे नंगी तार से हुए स्पार्क के चलते आग लगी और धमाका हो गया।
🔥 हादसे की पूरी कहानी:
घटना पूर्वी पटेलनगर के टपरी क्षेत्र की है, जहां विजय साहू अपने परिवार के साथ एक छोटे से कमरे में रहते हैं। कमरे की हवा बंद होने के कारण रातभर गैस रिसाव होता रहा, जिसे कोई महसूस नहीं कर सका।
सुबह जब बिजली का स्विच ऑन किया गया, तो स्पार्किंग से आग भड़क गई और धमाका हो गया। धमाका इतना तेज था कि कमरे की दीवार और दरवाजा तक क्षतिग्रस्त हो गया।
👨👩👧👦 पीड़ितों की पहचान:
- 👨 विजय साहू (38)
- 👩 सुनीता साहू (35)
- 👦 अमर (11)
- 👦 सनी (8)
- 👧 अनामिका (8)
सभी को तुरंत 108 एंबुलेंस के ज़रिए दून अस्पताल</strong में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
🚨 प्रशासन की त्वरित कार्रवाई:
- मौके पर पुलिस, फॉरेंसिक टीम और बम डिस्पोजल स्क्वाड (BDS) पहुंचे
- पूरे कमरे की वैज्ञानिक जांच की गई
- हादसे का कारण स्पष्ट — गैस रिसाव और स्पार्किंग
⚠️ सावधानी की सलाह:
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि रात में कमरे की वेंटिलेशन</strong सुनिश्चित करें, गैस लीकेज की गंध महसूस होते ही बिजली उपकरणों का इस्तेमाल न करें।
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि रात में कमरे की वेंटिलेशन</strong सुनिश्चित करें, गैस लीकेज की गंध महसूस होते ही बिजली उपकरणों का इस्तेमाल न करें।



