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बागेश्वर में एक स्कूल में तीन छात्राओं द्वारा अजीबो-गरीब हरकतें करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद स्कूल प्रशासन और अभिभावकों में हड़कंप मच गया. पीएचसी बोहाला के चिकित्सक डॉक्टर टम्टा ने बताया कि पहले दिन छह छात्राएं अधिक परेशान थीं. दूसरे दिन भी पांच छात्राएं बीमार हुईं. इनमें से तीन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

बागेश्वर में एक स्कूल में तीन छात्राओं द्वारा अजीबो-गरीब हरकतें करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद स्कूल प्रशासन और अभिभावकों में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही बच्चियों के माता-पिता स्कूल पहुंचे और झाड़ फूंक करने लगे. लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं आया. इसके बाद छात्राओं को 108 की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.

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पीएचसी बोहाला के चिकित्सक डॉक्टर टम्टा ने बताया कि पहले दिन छह छात्राएं अधिक परेशान थीं. दूसरे दिन भी पांच छात्राएं बीमार हुईं. मासहिस्टीरिया का सामना कर रहीं तीन छात्राओं की जिला अस्पताल में काउंसिलिंग और इलाज किया जा रहा है. बाकी बीमार छात्राओं की घर पर जाकर जांच और काउंसिलिंग करने के निर्देश दे दिए हैं. विभाग हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है.

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क्लास में अचानक चीखने-चिल्लाने लगीं छात्राएं

इसके अलावा डॉक्टर प्रमोद टम्टा ने कहा कि अभिभावकों को बच्चों का साहस बढ़ाना चाहिए और ऐसे बच्चों को अकेलापन महसूस नहीं होने देना चाहिए. साथ ही उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि वो बच्चों को भरपेट भोजन करके ही स्कूल भेजें व स्कूल में हवादार कमरे में ही बच्चों को पढ़ाया जाए.

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15 छात्राओं को मासहिस्टीरिया की परेशानी झेलनी पड़ी थी

बता दें, पहले भी जुलाई 2022 में राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल रैखोली में छह छात्राओं और एक छात्र, अगस्त 2022 में इंटर कॉलेज सनेती की आठ छात्राओं और दिसंबर 2022 में राइंका खाती की 15 छात्राओं को मासहिस्टीरिया की परेशानी झेलनी पड़ी थी.

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