हल्द्वानी में प्रशासन और लोक निर्माण विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए स्थलों को चिन्हित किया जा रहा है. साथ ही लोगों को भी नोटिस जारी किए जा रहे हैं. इसी बीच स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण कोे लेकर प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है.
काठगोदाम नरीमन चौराहे से लेकर तीन पानी तक 10 किलोमीटर के दायरे में अतिक्रमण हटाने को लेकर चिन्हिकरण का काम शुरू कर दिया गया है. नेशनल हाईवे की चौड़ाई सरकारी दस्तावेजों में लगभग 30 मीटर के करीब दर्ज है. अतिक्रमण हटाने को लेकर इसी आधार पर हाईवे के दोनों ओर लाल निशान लगाकर चिन्हिकरण किया जा रहा है. जिसकी जद में कई सरकारी दफ्तर भी आ रहे हैं.
अतिक्रमण की जद में सरकारी दफ्तर: अतिक्रमण की जद में आ रहे सरकारी दफ्तरों में जिम नगर निगम, नगर निगम का पेट्रोल पंप, एयरक्राफ्ट पार्क, खुशीराम पार्क, पेयजल निर्माण निगम, पंत पार्क, सीतापुर आई हॉस्पिटल शामिल है. नैनीताल हाइवे पर पावर कॉरपोरेशन, जल संस्थान, और एमबी पीजी कॉलेज की दीवार भी अतिक्रमण के नाम पर चिन्हित हो चुकी है.
अतिक्रमण को लेकर लोगों को नोटिस जारी:
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि अतिक्रमण को लेकर लोगों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं और लोग नोटिस मिलने के बाद अपने दस्तावेजों को संबंधित विभाग को दिखा सकते हैं. इसके बाद ही अतिक्रमण पर कोई निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि नैनीताल हाइवे पर करीब 2000 लोगों को नोटिस जाने हैं, जिनको डिस्पैच करने का काम किया जा रहा है.
लाल मार्क लगाकर जगहों का चिन्हिकरण:
हल्द्वानी में तीन पानी से काठगोदाम तक कई जगहों पर लाल मार्क लगाकर चिन्हित किया गया है और दीवारों पर नंबरिंग भी कर दी गई है. उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष नवीन वर्मा ने बताया कि शहर की आवश्यकता अब सड़कों का चौड़ीकरण है, क्योंकि शहर लगातार ओवरलोड होता जा रहा है. ट्रैफिक का दबाव हल्द्वानी शहर पर लगातार बढ़ रहा है. अतिक्रमण सरकारी जमीन पर हो या प्राइवेट उसको तोड़ा जाना बहुत जरूरी है.जिससे शहर पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा.
लोगों ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार :
स्थानीय निवासी भुवन जोशी ने कहा कि पहले जब आम जनता अतिक्रमण कर कब्जा कर रही थी, तब प्रशासन कहा था. इसमें सबसे बड़ी लापरवाही स्थानीय प्रशासन की मानी जाएगी, क्योंकि काफी समय से जिस जमीन पर बैठे हुए हैं अब उसको अतिक्रमण की जद में कहा जा रहा है.