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साइबर ठगों ने एक पूर्व सैनिक को अपना शिकार बनाया है। 86 वर्षीय पूर्व सैनिक को ठगों ने बैंक खाते में 25 लाख रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग और गिरफ्तार करने का डर दिखाया और डिजिटल अरेस्ट कर लिया। पूर्व सैनिक के बैंक खाते से 9.20 लाख रुपये भी उड़ा लिए। मामला साइबर क्राइम थाने में पहुंचा, जहां से जांच मुखानी पुलिस को स्थानांतरण कर दी गई है।

पूर्व सैनिक हरीदत्त लोहुमी कुसुमखेड़ा के पुष्प विहार में रहते हैं। वह भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं। पुलिस को दिए पत्र में उनके बेटे दिनेश ने बताया कि चार जून को उनके पिता के पास अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल आई। उन्होंने फोन उठाया तो दूसरी तरफ के व्यक्ति ने खुद को दिल्ली के आरके पुरम थाने का हेड कांस्टेबल बताया। कहा कि उनके बैंक खाते में 25 लाख रुपये की मनी लांड्रिंग हुई है।

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साथ ही जांच के लिए कोर्ट आदेश तक का हवाला दिया। साथ ही साइबर सेल में एक फर्जी शिकायत भी कर दी। यह सुनकर हरीदत्त डर गए और ठग की बातों में आ गए। उनको गिरफ्तार किए जाने की भी धमकी दी गई। कहा कि वह जब तक कार्रवाई पूरी नहीं हो रही है तब तक कहीं नहीं जाएं। पीड़ित को डिजिटल अरेस्ट किए जाने के बाद इसके बाद उनसे एक अन्य व्यक्ति ने साइबर सेल का अधिकारी बनकर बात की और उनका बैंक खाता एक्सिस करने के लिए उनसे जानकारी जुटाने लगा।
पूर्व सैनिक का बैंक खाता एक्सिस किए जाने के बाद ठगों ने पहली बार में 5 जून को 4.20 लाख रुपये और इसके बाद 12 जून को पांच लाख रुपये किसी अन्य बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिए। जालसाजों ने 9 लाख 20 हजार रुपये की ठगी कर ली। रुद्रपुर स्थित कुमाऊं साइबर थाने में बुधवार को रिपोर्ट दर्ज हुई। इसके बाद मामला मुखानी थाने को ट्रांसफर कर दिया गया है।