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कोरोना काल में जब सबकुछ बंद था, तब एक जालसाज पैथ लैब टेक्नीशियन को हजारों रुपये का चूना लगाकर फरार हो गया। पिछले तीन साल से पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही थी।

वह नहीं मिला तो उस पर ढाई हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया। अब तीन साल बाद पुलिस उसे हरियाणा से पकड़ कर लाने में सफल हुई है।

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5 जून 2021 को आवास विकास स्थित आरएल मैमोरियल पैथ लैब के टेक्नीशियन ललित तिवारी से फौजियों के कोविड टेस्ट के नाम पर 98,520 रुपये की साइबर ठगी की गई। ललित का आरोप था कि मनजीत सिंह के नाम से उसे फोन किया गया। मनजीत ने 20 फौजियों का सस्पेक्टिड कोविड टेस्ट कराने के नाम पर ललित से गूगल पे के माध्यम से 98520 रुपये की ठगी की थी।

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पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो पता लगा कि फोन करने वाला मनजीत नहीं बल्कि नई गांव पुन्हाना नूंह हरियाणा निवासी आबिद खान पुत्र फते मोहम्मद है। वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था। पुख्ता खबर पर सीसीटीएनएस विंग प्रभारी एसआई रजत कसाना, कांस्टेबल अनिल गिरी और सोनू सिंह की टीम ने आरोपी के घर दबिश दी और शुक्रवार को उसे गिरफ्तार किया। शनिवार को आरोपी को लेकर टीम हल्द्वानी पहुंची और पूछताछ के बाद रविवार को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया।