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लिव इन में रह रही लड़की का हाई वोल्टेज ड्रामे से हरकोई दंग रह गया है। हैरानी की बात है कि लड़की होटल मैनेजमेंट पास है। जबकि, उसका प्रेमी 9वीं पास है। प्रेमी पेंटर का काम करता हे।

करीब सात घंटे तक चले ड्रामे के बाद प्रेमी जोड़े ने शादी जिद छोड़ दी। हल्द्वानी के एसडीएम कोर्ट में गुरुवार को शादी रजिस्टर कराने पहुंचे प्रेमी जोड़े को घरवालों के आगे हार माननी पड़ी।

करीब दो महीने से लिव इन में रह रहे प्रेमी युगल को परिजनों ने पकड़ लिया और इसके बाद शादी को लेकर जमकर हंगामा किया। करीब सात घंटे तक चले हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद प्रेमी जोड़े को आखिरकार अलग अलग होना पड़ा।

कोतवाली क्षेत्र स्थित एसडीएम कोर्ट में गुरुवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे से शाम 5 बजे तक जमकर हंगामा और शोर शराबा हुआ। मामला दो अलग-अलग समुदाय के युवक-युवती के प्रेम विवाह और लिव इन से जुड़ा था। हल्द्वानी की रहने वाली लड़की ने स्नातक और होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रखा है।

वहीं उसका प्रेमी युवक 9वीं पास है और पेंट करने का काम करता है। दो साल पहले जब युवक, युवती के पड़ोस में काम करने पहुंचा तो दोनों की बातचीत और प्रेम का सिलसिला शुरू हुआ। दो साल में दोनों का प्यार परवान चढ़ा।

बीते करीब दो महीने पहले लड़की के परिवार ने विरोध किया तो लड़की, लड़के के साथ उसके घर रहने लगी। 18 अप्रैल को दोनों ने एसडीएम कोर्ट में विवाह के लिए आवेदन किया था। जिसके बाद एसडीएम कोर्ट में दोनों के विवाह का नोटिस चस्पा कर दिया गया।

कुछ दिन पहले सामाजिक संगठन के लोगों ने नोटिस देखा तो लड़की के परिजनों को खबर कर दी। गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे युवक-युवती एसटीएम कोर्ट पहुंचे तो युवती के परिजन भी पहुंच गए। उन्होंने विवाह पर आपत्ति जताई तो हंगामा हो गया। लड़का-लड़की साथ रहने की जिद पर अड़ गए।

करीब चार घंटे तक एसडीएम कोर्ट परिसर और कार्यालय के बाहर पुलिस प्रेमी युगल को समझने में लगी रही। इस दौरान भी दोनों एक दूसरे से अलग होने को तैयार नहीं हुए। खबर पाकर एसओ वनभूलपुरा नीरज भाकुनी मौके पर पहुंचे और युवक-युवती को कोतवाली लेकर पहुंचे। यहां भी करीब दो-ढाई घंटे तक परिजनों में आपस में कहासुनी चलती रही।

वहीं एक कमरे में प्रेमी जोड़े को बिठाकर पुलिस बातचीत करती रही। शाम करीब 7 बजे दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से लिखित तौर पर हार मानकर अलग होने का फैसला किया। इसके बाद युवती को बयान के लिए एसडीएम कोर्ट ले जाया गया। जहां बयान दर्ज होने के बाद पुलिस ने युवक-युवती को उनके परिजनों के साथ भेज दिया।

बोले विवाह किया, नहीं दिखा पाए कोई सबूत
पूछताछ में लड़के ने पुलिस को बताया कि वह लड़की को बरेली ले जाकर एक धार्मिक स्थल पर दोनों ने रीति रिवाज से विवाह किया। जब पुलिस ने दोनों से सबूत मांगा तो युवक का कहना था कि उसके पास रसीद नहीं है।

युवती के नहीं मानने पर हुई मारपीट
एसडीएम परिसर में जहां एक तरफ पुलिस प्रेमी जोड़े को समझाने की कोशिश कर रही, वहीं पुलिस की एक टीम दोनों परिवारों को भी अलग रखते हुए विवाद से पीछा छुड़ा रही थी। इसी बीच युवती पक्ष की कुछ महिलाओं ने युवक की मां और अन्य लोगों के साथ कहासुनी के बाद अचानक हाथापाई शुरू कर दी। समय रहते महिला दरोगा और सिपाहियों ने दोनों पक्षों को अलग किया और मामले में शांति बनाते हुए एसडीएम कोर्ट परिसर से बाहर लेकर गए।

आखिरी समय तक कहते रहे एक साथ रहने की बात
प्रेमी जोड़े को भले ही घरवालों के सामने हार माननी पड़ी हो, लेकिन कोतवाली से बाहर आखिरी कदम रखने तक दोनों एक दूसरे के साथ रहने की ही बात कहते रहे। स्थिति यह थी कि युवक-युवती दोनों एसडीएम कोर्ट परिसर की सीढ़ियां एक साथ हाथ पकड़कर नीचे उतरे। वहीं दोनों ने रोते हुए लिखित समझौतानामा पर हस्ताक्षर किए।