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त्योहारी सीजन और दीपावली से पहले शहर सुरक्षित करने के इरादे से एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा बुधवार को खुद सड़क पर उतर गए। पुलिस और पीएसी के करीब 200 कर्मियों के साथ एसएसपी सड़क पर आए तो अफरा-तफरी मच गई।

‘ऑपरेशन सैनेटाइज’ के तहत चले अभियान के दौरान 150 से अधिक को हिरासत में लिया गया। सभी को कोतवाली लाया गया और करीब 3 घंटे कड़ी पूछताछ के बाद चालानी कार्रवाई की गई।

हल्दूचौड़ में हुई फायरिंग की घटना के मामले दोपहर करीब साढ़े 3 बजे एसएसपी ने प्रह्लाद नारायण मीणा ने प्रेस वार्ता की और इसके ठीक बाद उन्होंने अचानक सभी थानों और चौकियों की पुलिस के साथ पीएसी के जवानों को कोतवाली में तलब कर लिया। यहां ब्रीफिंग में सभी को ड्यूटी प्वाइंट बताए गए और ऑपरेशन सैनेटाइज शुरू किया गया। पुलिस और पीएसी के करीब 200 जवानों के साथ एसएसपी कोतवाली से निकले।

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बेस अस्पताल से लेकर मंगलपड़ाव और ताज चौराहे तक जहां से पुलिस गुजरी लोग सकते में आ गए। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा, एसपी सिटी प्रकाश चंद्र, सीओ नितिन लोहनी, कोतवाल राजेश यादव ने अलग-अलग टीमों में बंटकर अ​भियान चलाया। राह चलते संदिग्धों से रोक-रोक कर पूछताछ की गई। शक हुआ तो संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया। ऐसे करीब 150 लोगों को कोतवाली लाया गया। जहां 3 घंटे गहन पूछताछ हुई और इस दौरान 30 लोग ऐसे मिले, जो वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके। ऐसे लोगों का पुलिस ने चालान किया।

जेल से छूटे जेबकतरे हत्थे चढ़े, कूड़े वालों का बैग खंगाला
 शाम चार बजे के बाद मुख्य शहर में जिधर नजर गई, पुलिस नजर आई। बाजार आने-जाने वाले मार्ग पर भी पुलिस तैनात थी और आने-जाने वाले से पूछताछ कर दस्तावेज जांच रही थी। इसी दौरान पुलिस को दो ऐसे शातिर मिले जो हाल में ही जेल से छूटे थे। दोनों चोर हैं, हालांकि पुलिस को इनके पास से कुछ मिला नहीं। पुलिस ने इन्हें चेतावनी देकर छोड़ा। इसके अलावा पुलिस ने बाजार में कूड़ा बीनने वालों का बैग भी चेक किया, जिसमें वह कूड़ा डाल रहे थे।

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बाजार में मची भगदड़, मिनट भीतर अतिक्रमण साफ
पुलिस के साथ एसएसपी अचानक ही सड़क पर निकले थे और जब वह टीम के साथ बाजार पहुंचे तो लोगों को समझ ही नहीं आया कि अचानक इतनी सारी पुलिस बाजार में क्यों आई। हालांकि पुलिस को देख बाजार में ठेलों से फेरी करने वाले, फुटपाथ और बाजार की सड़क पर फड़ लगाने वाले हवा की तरह गायब हो गए। मिनट भीतर ही पूरा बाजार अतिक्रमण मुक्त हो गया। जिन रास्तों पर पैदल चलना मुश्किल हो रहा था, वे रास्ते खाली हो गए। हालांकि पुलिस के गुजर जाने के बाद स्थिति जस की जस हो गई।

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रेलवे स्टेशन पर पकड़ी मां तो फूट कर रोने लगी बेटी

 एक टीम के साथ एसएसपी हल्द्वानी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। यहां रेलवे स्टेशन की ओर मुड़ते ही बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष डेरा जमाकर बैठे थे। सभी पुलिस को देख भागने लगे। इनमें से एक महिला व उसकी बेटी को एसएसपी ने पकड़ लिया। एसएसपी ने महिला से पहचान संबंधी कागज दिखाने को कहा, लेकिन वह दिखा न सकी। महिला को फंसता देख उसकी बेटी फूट-फूट कर रोने लगी। बाद में पुलिस महिला को पूछताछ के लिए कोतवाली ले गई।