हल्द्वानी। बेटा देहरादून में परिवार के साथ रहता था और हल्द्वानी में वृद्ध मां को भीख मांग कर जीवन व्यतीत करना पड़ रहा था। भीख मांगते वक्त वह ट्रेन की चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई। वृद्धा का शव रेलवे पटरी किनारे झाड़ियों में मिला। उसे मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने देखा और सूचना पुलिस को दी।
पुलिस के मुताबिक हंसी देवी (85 वर्ष) पत्नी स्व.धन सिंह बिष्ट, मोतीनगर स्थित कुष्ठ आश्रम में कई सालों से जीवन व्यतीत कर रही थीं। वह भीख मांग कर अपना गुजर-बसर करती थीं। एक नवंबर, शुक्रवार को वह कुष्ठ आश्रम से भीख मांगने निकली, लेकिन लौट कर आश्रम नहीं पहुंची।
रविवार की सुबह गौजाजाली स्थित जीवनदान अस्पताल के पास लोग रोज की तरह मार्निंग वॉक पर निकले तो रेलवे पटरी किनारे झाड़ियों में वृद्धा का शव पड़ा देखा। लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची मंडी चौकी पुलिस ने मौके पर शिनाख्त के प्रयास किए और शिनाख्त न होने पर शव को मोर्चरी में रख दिया गया।
उसके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान थे और शव से दुर्गंध उठने लगी थी। एसआई बबीता ने बताया कि वृद्धा के पास एक थैला मिला है, जिसमें कुछ पन्नियां और एक मग था। किसी तरह वृद्धा की शिनाख्त हंसी के तौर पर की गई। पता लगा कि उसका एक बेटा भी है, जो परिवार के साथ देहरादून में रहता है। रविवार को बेटे ने मां के शव का अंतिम संस्कार किया और बताया कि जब वह चार साल का था, तब से ही मां से अलग रहता था।