आदर्श आचार संहिता का चेक पोस्ट पर कितना सख्ती से पालन हो रहा है, यह जानने के लिए एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा गुरुवार रात रामनगर की ओर निजी कार से निकले।
आम्रपाली चौकी पर पहुंचते ही एक सिपाही ने कार को रुकवा लिया।
चालक से पूछा कि इतनी रात को कहां जा रहे हो… कार की डिग्गी खोलकर दिखाओ। तलाशी लेने के बाद ही कार को आगे बढ़ाने दिया। कार में बैठे एसएसपी नीचे उतरे और सिपाही को वेलडन बोला।
इतनी रात को कहां जा रहे हैं?
नयागांव पहुंचने पर वन विभाग की टीम ने भी कार की चेकिंग की। एसएसपी ने चंद दिनों पहले मातहतों के संग बैठक की थी। निर्देश दिए थे कि चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना है। चेक पोस्ट पर चेकिंग की जाए। उनके निर्देश का कितनी गंभीरता से पालन हो रहा है, इसकी तस्दीक करने के लिए वह गुरुवार की रात साढ़े 11 बजे निजी कार से रामनगर की ओर निकले। कार उनका निजी चालक चला रहा था।
आम्रपाली चौकी के पास पहुंचते ही एक सिपाही ने कार को रुकवा लिया। सिपाही ने चालक से पूछा कि इतनी रात को कहां जा रहे हैं। कार में कोई संदिग्ध सामान तो नहीं है। चालक ने मना किया। इतने में सिपाही ने चालक को कार से नीचे उतारा और डिग्गी खोलकर देखी। सबकुछ ठीक मिलने पर उसने आगे बढ़ने का इशारा किया। इतने में कार में बैठक मीणा नीचे उतर आए। उन्होंने सिपाही की तारीफ की।
जब सिपाही को पता चला कि उसने एसएसपी की कार को रोक लिया तो वह कुछ देर के लिए सकपका गया। इसके बाद एसएसपी रामनगर की ओर बढ़े तो नयागांव के पास भी ड्यूटी कर रहे वन विभाग कर्मचारियों ने कार को रोका। मगर बाहर-बाहर से वीडियोग्राफी कर छोड़ दिया।
जब पीछे से आवाज आई साहब हैं..
एसएसपी की कार को रोकने वाले सिपाही को मालूम नहीं था कि कार में कौन है। वह अपनी ड्यूटी को बखूबी निभा रहा था। कार की डिग्गी खुलवाने पर जब दूसरा सिपाही आया तो एसएसपी को पहचान गया। उसने सिपाही को धीरे से कहा कि कार में साहब हैं। इन्हें क्यों रोक दिया?
सिपाही ने अपनी ड्यूटी का ईमानदारी से निर्वहन किया। मेरी कार को रोका। मैंने चालक को इशारा किया कि सिपाही के अनुसार कार की तलाशी करवाओ। मुझे अपने ऐसे जवानों पर गर्व है, जो ड्यूटी पर मुस्तैद रहते हैं। सिपाही को सम्मानित किया जाएगा। – प्रह्लाद नारायण मीणा, एसएसपी