पैरों में दर्द किसी को कभी भी हो सकता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो पैरों में दर्द होने का संबंध दिल की बीमारी से हो सकता है. जिसका सीधा सीधा संबंध पेरीफेरल आर्टरी डिजीज से है.
आज की दौड़-भाग वाली लाइफस्टाइल में पैरों में दर्द होना एक आम समस्या है. ज्यादातर पैरों में दर्द थकान, कमजोरी, जोड़ों या मांसपेशियों में खिंचाव के कारण होती है. लेकिन, अगर आप लगातार पैरों में दर्द का अनुभव कर रहे हैं तो यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो पैरों में दर्द होने का संबंध दिल की बीमारी से हो सकता है जिसका सीधा-सीधा संबंध पेरीफेरल आर्टरी डिजीज से है.
पेरीफेरल आर्टरी डिजीज के कारण धमनियों में कोलेस्ट्रॉल, फैट जमने लगता है और वे सिकुड़ने लगती हैं. इससे पैरों और हाथों में ब्लड का फ्लो काफी कम हो जाता है. पैरों तक सही मात्रा में खून ना पहुंच पाने के कारण व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यदि पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (पीएडी) का इलाज नहीं किया जाता है तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनी की दीवारों के ऊपर और अंदर वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों का जमाव) का संकेत हो सकता है. इससे दिल का दौरा और अन्य दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है.
क्या पैर में दर्द एक गंभीर स्थिति है?
कभी-कभी पैर में दर्द होने को आप दिल की समस्या से नहीं जोड़ सकते. लेकिन अगर पैर में दर्द अक्सर होने लगे, तो चेक-अप कराने की जरूरत होती है. यह दर्द आपको बताने का तरीका है कि शरीर में कुछ गड़बड़ है. आमतौर पर अगर कोई दिक्कत होती है तो पैर का दर्द समय के साथ गंभीर होता चला जाता है. हल्के दर्द को अगर नजरअंदाज कर दिया जाए तो यह धीमे ब्लड सर्क्यूलेशन की वजह से ऐंठन में बदल सकता है. इसके लक्षण कुछ इस तरह के होते हैं: मांसपेशियों में ऐंठन, पैरों पर छाले जो ठीक न हो रहे हों, पैरों का सुन्न होना.
दिल की समस्या के कारण पैरों में दर्द कहां होता है?
दर्द सबसे ज्यादा पैरों के निचले हिस्से की मांसपेशियों में होता है, जिन्हें पिंडलियों के नाम से जाना जाता है. लेकिन, कभी-कभी यह दर्द जांघ तक भी पहुंच जाता है. यह दर्द चलना, सीढियां चढ़ने जैसी शारीरिक गतिविधियों के कारण होता है.
आराम से ठीक हो सकता है पैरों का दर्द
जब शरीर शारीरिक गतिविधियां कम करने लगता है तो इससे पैरों में भी दर्द कम होने लगता है. यानी की आराम करने से पैरों की मांसपेशियां जल्दी रिकवर होती हैं. जो लोग ज्यादा धूम्रपान और शराब का सेवन करते हैं उनके भी पैरों की मांसपेशियों में ज्यादा दर्द होता है. पैर दर्द में राहत पाने के लिए आप नीचे बताए तरीके अपना सकते हैं.
बर्फ से सिकाई
अगर बहुत अधिक दौड़-भाग करने से आपकी टांगों में दर्द है तो ठंडी पट्टी का इस्तेमाल करना आपके लिए फायदेमंद होगा. ऐसा करने से दर्द तो कम होगा ही, साथ ही अगर सूजन और झनझनाहट है तो उसमें भी फायदा मिलेगा. इसके लिए आप एक पतले कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़ों को डालकर प्रभावित जगह पर 10 से 15 मिनट तक सिकाई करें. दिन में दो से तीन बार ऐसा करना जल्दी फायदा पहुंचाएगा.
मसाज
अगर आपकी मांस-पेशियों में किसी तरह की तकलीफ है और वही दर्द की वजह है तो मसाज करना फायदेमंद रहेगा. आप चाहें तो मसाज करने के लिए ऑलिव ऑयल या नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. दिन में दो से तीन बार मसाज करना फायदेमंद होगा.
एलिवेट
जब आप लेटें या सो रहे हों तो पैरों के नीचे तकिया रखकर उन्हें थोड़ा ऊपर उठा लें इससे दर्द कम हो जाता है.
डॉक्टर से मिलें
अगर दर्द कम नहीं हो रहा है तो बिना परामर्श के कोई भी दवा ना खाएं. दर्द होने पर डॉक्टर की सलाह लें और उसके बाद ही कोई दवाई लें.