खबर शेयर करें -

अगर आपके पास भी कार है और दो-चार साल में आप पुरानी कार को बेचकर नई कार खरीदते हैं तो यह खबर आपको खुश कर देगी. हो सकता है इस बार जब आप नई कार खरीदने जाएं तो आपको कुछ अलग ही अनुभव म‍िले. जी हां, केंद्रीय पर‍िवहन मंत्री न‍ित‍िन गडकरी की बात पर कार न‍िर्माता कंपन‍ियों ने गौर क‍िया तो ऐसा भव‍िष्‍य में संभव हो सकता है. जी हां, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (nitin gadkari) ने कहा क‍ि मौजूदा समय में एक से ज्‍यादा ईंधन पर चलने वाली गाड़ियों (Flex Fuel) और ई-वाहनों (E-Vehicle) को बढ़ावा देने की जरूरत है.

यह भी पढ़ें -  लालकुआँ: बिंदुखत्ता मुख्य मार्ग की हालत बदतर, सड़क हादसों का बना कारण 📍 उत्तराखंड सरकार को राजस्व देने वाली गौला नदी से जुड़ी है यह सड़क, फिर भी बदहाली का शिकार

ईंधन की ऊंची लागत से समस्याएं
ऐसा उन्‍होंने क्रूड ऑयल की कीमत में चल रहे उतार-चढ़ाव से न‍िपटने के ल‍िए कहा. उन्‍होंने कहा ‘फ्लेक्स फ्यूल’ के लिये उपयुक्त वाहनों में एक से अधिक ईंधन या दो ईंधन को म‍िक्‍स करके आसानी से यूज क‍िया जा सकता है. ऐसे वाहनों में ईंधन के रूप में पेट्रोल और एथनॉल / मेथनॉल को म‍िक्‍स करके यूज क‍िया जाता है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्‍युफैक्‍चर्स (SIAM) के प्रोग्राम में बोलते हुए कहा क‍ि ईंधन की ऊंची लागत से एव‍िएशन सेक्‍टर भी समस्याओं का सामना कर रहा है.

यह भी पढ़ें -  🚩 सीएम धामी ने किया NDRF के 'शौर्य' पर्वतारोहण मिशन का फ्लैग ऑफ

40% प्रदूषण का कारण पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहन
उन्होंने कहा, ‘हर साल कच्चे तेल के दाम में काफी उतार-चढ़ाव आता है. इससे समस्याएं होती हैं…हमें इससे निपटने के लिये पूरी तरह से विभिन्न ईंधनों पर चलने वाले वाहनों को बढ़ावा देने की जरूरत है.’ गडकरी ने कहा कि देश में 40 प्रतिशत प्रदूषण का कारण पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन हैं. उन्होंने कहा, ‘हम कई उद्योगों को एथनॉल उत्पादन के लिये प्रोत्साहित कर रहे हैं.’

यह भी पढ़ें -  ✨ बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर का पुनः देवभूमि आगमन, सांसद अजय भट्ट ने पंतनगर एयरपोर्ट पर किया स्वागत

गडकरी ने कहा, ‘प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से, मैं आप सभी के लिये महत्वपूर्ण व्यक्ति हूं. उन्होंने यह भी कहा कि उनके मंत्रालय ने जो सड़कें विकसित की हैं, उससे सबसे ज्यादा उद्योग को ही लाभ होगा.’ उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय 27 नए एक्सप्रेसवे बना रहा है और उन्हें ‘रोपवे’ और ‘फ्यूनीक्यूलर रेलवे’ (केबल रेल) प्रणाली की 260 परियोजनाएं मिली हैं.