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बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में लड़की की दर्दनाक मौत के मामले में परिवार से लेकर चश्मदीदों तक ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं. शुरुआत में परिवार का कहना था कि पुलिस आरोपियों का बचा रही है. वे अब भी इस घटना को हत्या बता रहे हैं. इसके साथ ही लड़की के साथ रेप होने की आशंका जता रहे हैं. इसके साथ ही चश्मदीदों ने भी पुलिस पर समय से एक्शन नहीं लेने का आरोप लगाया है

दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में लड़की की दर्दनाक मौत के बाद पुलिस पर लापरवाही बरतने के आरोप लग रहे हैं. परिजन से लेकर चश्मदीदों तक ने सवाल किए हैं और समय से एक्शन नहीं लेने का दावा किया है. यहां तक कहा जा रहा है कि पुलिस अगर समय से एक्शन लेती तो शायद लड़की अंजलि की जान बच सकती थी. लड़की की मां ने रेप के बाद हत्या करने का आरोप लगाया है. जबकि चश्मदीद ने पुलिस पर मौके पर नहीं आने का आरोप लगाया है. इस बीच, घटना को लेकर कई बड़ी बातें भी निकलकर सामने आ रही हैं. पुलिस ने कार सवार पांचों आरोपियों से रिमांड पर पूछताछ शुरू कर दी है.

बता दें कि दिल्ली के कंझावला में रविवार तड़के (1 जनवरी) एक 23 साल की लड़की का नग्न अवस्था में शव मिला था. बॉडी के कई हिस्से क्षत-विक्षत हो गए थे. उसके शरीर पर कपड़े तक नहीं थे. पुलिस का दावा है कि कार सवार 5 युवकों ने एक युवती को टक्कर मारी, फिर सड़क पर 10 से 12 किमी तक घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर पुलिस को एक स्कूटी भी पड़ी मिली, जो दुर्घटनाग्रस्त थी. स्कूटी के नंबर के आधार पर युवती के बारे में पता चला. ये लड़की ईवेंट कंपनी में जॉब करती थी और घर में इकलौती कमाने वाली थी. उसके परिवार में दो अन्य बहनें और दो भाई हैं. मां भी किडनी की पेशेंट हैं. बड़ी बहन की शादी हो गई है. जबकि पिता की 8 साल पहले मौत हो गई है.

डीसीपी ने कहा था- लड़की के कार में फंसे होने से अंजान थे आरोपी

इस घटना को शुरुआत में दिल्ली पुलिस ने सिर्फ एक हादसा बताया. पुलिस ने रेप के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था. दिल्ली आउटर के डीसीपी हरेंद्र के सिंह ने कहा था कि पुलिस ने दर्ज कार नंबर के आधार पर आरोपियों को पकड़ लिया. जांच के दौरान आरोपियों ने कहा कि उनकी कार पीड़िता की स्कूटी के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, उसके बाद वे आगे भागने लगे. लेकिन वे इस बात से बिल्कुल अनजान थे कि उनकी कार में स्कूटी समेत लड़की फंस गई है और सड़क पर कई किलोमीटर तक घसीटकर ले आए हैं. पूछताछ में आरोपियों ने कहा है कि कार में तेज आवाज में म्यूजिक चल रहा था, जिसकी वजह से उन्हें लड़की के फंसे होने का पता नहीं चल पाया.

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क्या बोले चश्मदीद…

इस घटना के बाद कई सवाल पुलिस पर खड़े हो गए हैं, जिनके परिजन समेत एक्टिविस्ट जवाब मांग रहे हैं. आरोप है कि इन युवकों की कार रात में कई किमी तक घूमती रही. CCTV में डिपर देकर टर्निंग पॉइंट पर मुड़ते देखी जा रही है. चश्मदीद दीपक ने कहा कि वो 2 घंटे तक पुलिस से बात करता रहा. लेकिन टीम मौके पर नहीं आई. कातिल कार सामान्य गति में थी और देखने से लग रहा था कि उसे चलाने वाला नॉर्मल है. वो सुबह करीब 3.15 बजे दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहा था, तभी उसने एक कार को आते देखा. उस कार में पीछे के पहियों से तेज आवाज आ रही थी. बेगमपुर पर पीसीआर वाले नशे में थे. उसका कहना था कि 45 मिनट में उसने 22 बार पुलिस को फोन कॉल किया था. दूसरे चश्मदीद विकास ने कहा कि 2 बाइक सवार पुलिसवालों ने अनदेखी की. वो खुद पुलिस चौकी तक सूचना देने गया था.

जानिए इस घटना से जुड़े सुलगते सवाल…

  1. तीन बजे रात में आरोपियों की कार किसे ‘डिपर’ दे रही थी?
    2. आरोपियों की कार की स्पीड 20-25 किमी ही क्यों थी?
    3. पुलिस चौकी के ठीक पहले से कार यू-टर्न क्यों ले रही थी?
    4. कार से शव गिरने के बाद आरोपी वापस उस सड़क पर क्यों नहीं लौटे?
    5. क्या आरोपियों को कार के पहियों से आवाज नहीं सुनाई दे रही थी?
    6. चश्मदीद ने 45 मिनट में 22 बार पुलिस को फोन किया, तत्काल एक्शन क्यों नहीं?
    7. 31 दिसंबर की रात चौकस क्यों नहीं थी पुलिस?
    8. पीसीआर कॉल के बावजूद 2 घंटे पुलिस कहां रही?
    9. क्या पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मी नशे में थे?
    10. एक जनवरी को लड़की का पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया?
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ड्रिंक्स किए थे आरोपी, हादसे के बाद दोस्त के घर कार रखने पहुंचे

जो स्कूटी के पास एक ब्लैक कलर का दाहिना जूता पड़ा मिला था. इस कार के रजिस्टर्ड ऑनर लोकेश पुत्र सुरेश के नाम है. यहां पुलिस को सूचना दी गई कि ये कार उसके जीजा आशुतोष पुत्र शंभू दयाल शर्मा के पास है. रविवार सुबह करीब 5 बजे कार को वापस एक्सीडेंटल हालत में आशुतोष के घर खड़ा किया गया है. यहां आरोपी अमित और दीपक ने आशुतोष को बताया था कि उन्होंने ड्रिंक कर रखी थी. कृष्ण विहार में शनि बाजार रोड पर एक स्कूटी सवार लड़की का कार से एक्सीडेंट हो गया है. स्कूटी सवार लड़की गिर गई थी. उसके बाद वे डर गए और वहां से कंझावला की तरफ भाग गए. उन्होंने गाड़ी कंझावला रोड पर जोंटी गांव के पास रोकी तो गाड़ी के नीचे स्कूटी वाली लड़की दिखाई दी. वे सभी लड़की को वहीं छोड़कर वापस डर के मारे अपने दोस्त आशुतोष के घर पहुंचे और वहां गाड़ी खड़ी करके अपने-अपने घर चले गए थे.

पुलिस की FIR में क्या लिखा है…

पुलिस ने FIR में दुर्घटना के समय की पुष्टि रात 2 बजे की है. आजतक को एक सीसीटीवी फुटेज मिला है, जो एक्सीडेंट से कुछ मिनट पहले का है. किशन विहार पोस्ट पर रात 1.52 बजे स्कूटी देखी गई और 1:58 बजे बलेनो कार भी दिखी. पुलिस प्राथमिकी में पुष्टि की गई है कि अभियुक्तों को पता था कि उन्होंने किशन विहार पोस्ट पर स्कूटी सवार लड़की को टक्कर मारी है. उसके बाद उन्होंने मौके से भागने की कोशिश की है. पुलिस के सामने दो आरोपियों ने कहा है कि हम नशे में थे. जब उन्होंने देखा कि कार में लड़की फंसी है तो डरकर भाग गए थे. पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों का मेडिकल कराया गया था.

डेढ़ घंटे चला पोस्टमार्टम

वहीं, दूसरे दिन सोमवार को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में लड़की का पोस्टमॉर्टम किया गया. यहां तीन डॉक्टर्स के पैनल ने करीब डेढ़ घंटे तक पोस्टमार्टम किया. रेप के आरोपों पर दिल्ली पुलिस ने साफ कहा है कि मेडिकल बोर्ड की निगरानी में पोस्टमॉर्टम हुआ है. इस केस में मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. लीगल टीम से राय ली जाएगी. फॉरेंसिक विभाग की रिपोर्ट भी घटना की तह तक जाने में मदद करेगी. इधर, परिजन का कहना था कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा. संभावना जताई जा रही है कि मंगलवार दोपहर तक परिजन से भी पीएम रिपोर्ट शेयर की जा सकती है.

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कौन हैं अंजलि के गुनहगार?

1. दीपक खन्ना पुत्र राजेश खन्ना, उम्र 26 वर्ष. ग्रामीण सेवा में चालक के पद पर कार्यरत है.
2. अमित खन्ना पुत्र स्वर्गीय राज कुमार खन्ना, उम्र 25 वर्ष. उत्तम नगर में एसबीआई कार्ड्स के लिए काम करता है.
3. कृष्ण पुत्र काशी नाथ, उम्र 27 वर्ष. सीपी नई दिल्ली में स्पेनिश कल्चर सेंटर में काम करता है.
4. मिथुन पुत्र शिव कुमार, उम्र 26 वर्ष. नरेला में हेयर ड्रेसर का काम करता है.
5. मनोज मित्तल पुत्र सुरेंद्र मित्तल, उम्र 27 वर्ष. पी ब्लॉक सुल्तानपुरी में राशन डीलर के पद पर कार्यरत है.

क्राइम सीन पर हर पहलू से जांच 

दिल्ली के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि दीपक खन्ना कार को ड्राइव कर रहा था. अंदर अमित खन्ना, कृष्ण, मनोज और मिथुन बैठे थे. सीटीसीटी फुटेज और डिजिटल सबूत की टाइमलाइन बनाएंगे. उसके आधार पर पता कर पाएंगे कि आरोपी कहां से आए थे और कहां जा रहे थे. घसीटे जाने के बारे में पुलिस ने बताया कि बॉडी कार में फंसी गई थी. 10 से 12 किमी तक घसीटा गया. कहीं टर्निंग के दौरान बॉडी सड़क पर गिरी. कल पीएम रिपोर्ट आ जाएगी, वो भी शेयर करेंगे.

घटनास्थल पर क्राइम सीन रीक्रिएट 

उन्होंने बताया कि सुल्तानपुरी इलाके में स्कूटी मिली थी. सारे पहलुओं पर जांच करेंगे. कई टीमें गठित की गई हैं. आरोपियों को सख्त सजा दिलाएंगे. मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. सोमवार को सुल्तानपुरी में जहां कार और स्कूटी में टक्कर हुई थी, वहां फॉरेंसिक विभाग की टीम पहुंची और सबूत इकट्ठे किए. क्राइम सीन रीक्रिएट के लिए आरोपियों को लेकर कंझावला इलाके जाएंगे.