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हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विजयी होने के साथ ही मुख्यमंत्री पद के लिए नेताओं में रेस शुरू हो गई है. विवाद की आशंका के चलते प्रियंका गांधी ने दावेदारों की लिस्ट के साथ 8 प्वाइंट्स में सारी जानकारी मांगी है.

बताया जा है कि प्रियंका को भेजे जाने वाली लिस्ट में सभी दावेदारों के प्रदर्शन की पूरी डिटेल होगी, जैसे- चुनाव में उनका क्या प्रभाव रहा है, कितने अंतर से वे जीते आदि. लिस्ट मिलने के बाद ही आलाकमान हिमाचल की कमान संभाले हुए पार्टी के दिग्गज नेताओं के जरिए अपना फैसला सुनाएगा.

गौरतलब है कि कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और मौजूदा विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री पीएम पद की रेस में शामिल हैं. कांग्रेस के लिए एक ऐसे नेता का मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में चुनाव करना चुनौतीपूर्ण है, जो पार्टी को आगे ले जाते हुए उसे एकजुट रख सके.

प्रतिभा सिंह का नाम सबसे आगे
प्रतिभा सिंह को इस दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है. हालांकि प्रतिभा सिंह ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उन्होंने राज्य भर में पार्टी के लिए व्यापक चुनाव प्रचार किया. वह फिलहाल मंडी से सांसद हैं. वह निवर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिले मंडी से लोकसभा उपचुनाव जीती थीं.

प्रतिभा सिंह के साथ पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की विरासत भी है, जिन्होंने चार दशक से अधिक समय तक प्रदेश में कांग्रेस की कमान संभाली थी.  पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि प्रतिभा सिंह को ज्यादातर विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जो वीरभद्र सिंह के प्रति निष्ठावान रहे हैं. वीरभद्र सिंह लंबे समय तक इस पहाड़ी राज्य में कांग्रेस के निर्विवाद नेता रहे थे.

अन्य उम्मीदवारों को भी हैं उम्मीदें
प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य भी शिमला ग्रामीण से विधायक निर्वाचित हुए हैं और वह भी मुख्यमंत्री पद के लिए आशावान हैं. हालांकि, कई लोग उन्हें इस शीर्ष पद के लिए बहुत कम उम्र का मानते हैं.

नदौन से विधायक सुक्खू और हरोली के विधायक अग्निहोत्री को उम्मीद है कि पार्टी आलाकमान उनके काम को ध्यान में रखेगा. अग्निहोत्री ब्राह्मण नेता हैं, जबकि सुक्खू राज्य में प्रभावशाली ठाकुर समुदाय से हैं.