अंजलि की मौत, एक हिट एंड रन है या मर्डर…? इस सवाल में केस के तार उलझे हुए हैं. इस पूरी कहानी में कई पेंच हैं, जिसे दिल्ली पुलिस को सुलझाना है. ऐसे कई सवाल हैं जो दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं.
दिल्ली के कंझावला मामले में एक के बाद एक, नए खुलासे हो रहे हैं. अंजली नाम की लड़की की मौत के इस केस में उसकी दोस्त निधि द्वारा किए गए खुलासों ने मामले की जांच करने वाली पुलिस की टीम के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. निधि ने कहा कि उसने और अंजली ने पार्टी करने के लिए होटल में किराए का कमरा लिया था. होटल में उनके साथ कुछ और लोग भी उनके साथ थे. वहां से निकलने के बाद दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ.
इसके बाद दोनों एक स्कूटी पर सवार होकर वहां निकले और रास्ते में स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी. इसके बाद अंजलि कार के नीचे फंस गई, इसके बाद अंजली को कई किलोमीटर तक घसीटे जाने का मामला सामने आया. इस मामले में एक और सीसीटीवी सामने आया है जिसमें होटल के बाहर दोनों के बीच हुई बहस को देखा जा सकता है. अब पुलिस के सामने कई सवाल खड़े हो गए हैं.
कंझावला केस में अब तक कुछ भी पूरी तरह से साफ नहीं है. इसमें पिछले तीन दिनों में इतना कुछ सामने आया है कि, दिल्ली पुलिस भी साफ-साफ कुछ नहीं बता पा रही है. पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या आरोपी, अंजलि या निधि को पहले से जानते थे?
केस टाइमलाइन: कब क्या हुआ?
– होटल मैनेजर के मुताबिक अंजलि और निधि 31 दिसंबर की शाम 7:30 बजे आई थीं.
– होटलकर्मियों के मुताबिक कमरे में भी अंजलि और निधि के बीच खूब झगड़ा हुआ था.
– निधि के मुताबिक होटल में उस समय पार्टी के लिए कुछ लड़के भी आए हुए थे.
– निधि ने ये भी कहा है कि पार्टी में अंजलि ने काफी नशा कर लिया था, हालांकि अपने बारे में कुछ नहीं बताया.
– होटल सीसीटीवी से पता चलता है कि रात करीब सवाल 1 बजे अंजलि और निधि के बीच झगड़ा हुआ.
– निधि का दावा है कि ये झगड़ा स्कूटी चलाने को लेकर हुआ था, जिसके बाद निधि ने ही स्कूटी चलाई.
– दिल्ली पुलिस का कहना है कि कृष्णा विहार में करीब 2 बजे स्कूटी और आरोपियों की कार में टक्कर हुई.
– निधि का दावा है कि एक्सीडेंट के वक्त स्कूटी अंजलि चला रही थी और वो पीछे बैठी थी.
– दावा ये भी है कि अंजलि कार के नीचे फंस गई, वो चिल्लाती रही, कार में बैठे लोगों को पता था कि वो फंसी हुई है, लेकिन उन्होंने उसे गाड़ी के नीचे से नहीं निकाला.
– इसके बाद अंजलि कार के नीचे फंसी रही, उसकी मौत हो गई और कार सवार आरोपी, उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटते रहे.
ये वो पूरा घटनाक्रम है, जिसमें अंजलि की मौत, एक हिट एंड रन है या मर्डर…? इस सवाल में केस के तार उलझे हुए हैं. इस पूरी कहानी में कई पेंच हैं, जिसे दिल्ली पुलिस को सुलझाना है. ऐसे कई सवाल हैं जो दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं.
– अंजलि और निधि की दोस्ती कितनी गहरी थी, दोनों एक दूसरे को कब से जानती थीं?
– अंजलि और निधि के बीच होटल के अंदर किस बात पर झगड़ा हुआ?
– दोनों दोस्तों के बीच होटल के बाहर किस मुद्दे पर लड़ाई हुई?
– होटल में पार्टी के लिए गईं दोनों लड़कियों के साथ और कौन-कौन था?
– अंजली के मुताबिक होटल में पार्टी करने के लिए लड़के आए थे, लेकिन ये कौन थे?
– क्या अंजलि या निधि, आरोपियों में से किसी को जानती हैं?
– निधि ने एक्सीडेंट के बाद पुलिस को तुरंत जानकारी क्यों नहीं दी?
– दोनों लड़कियों का पीछा करने वाले लड़के, क्या आरोपी ही थे, या कोई और?
दरअसल, घटना के 2 दो दिन बाद अंजलि और निधि की दोस्ती सामने आई है. सवाल ये उठ रहे हैं कि दो दिन तक वो इस वारदात पर चुप क्यों थी. सवाल ये भी है कि वो अचानक तब क्यों सामने आ गई, जब होटल के बाहर वाला सीसीटीवी सामने आया. पुलिस ने इस मामले को हिट एंड रन केस माना है, लेकिन निधि के बयानों के बाद कई ऐसे खुलासे हुए हैं, जिसके बाद पुलिस को लड़कियों का पीछा करने या जानबूझकर गाड़ी से कुचलने के एंगल से भी जांच करनी पड़ सकती है.