बच्चों की हड्डियों की अधिकांश ग्रोथ बचपन और किशोरावस्था में होती है. इसलिए मां-बाप को उनके सेहत और खासकर हड्डियों को मजबूत करने के लिए उन्हें अच्छी डाइट और लाइफस्टाइल देनी चाहिए. बच्चों के ओवरऑल हेल्थ के लिए पौष्टिक आहार और अच्छी लाइफस्टाइल बहुत जरूरी है.
बच्चों के विकास के लिए उनकी हड्डियों का मजबूत होना बहुत जरूरी है और हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है कि आप अपने बच्चों को पोषक तत्वों से भरपूर आहार दें. स्वस्थ जीवनशैली और पोषक तत्वों से भरपूर आहार बच्चों की ओवरऑल हेल्थ और ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है. यहां कुछ आवश्यक सुझाव दिए गए हैं जो आपके बच्चे की हड्डियों के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में आपकी मदद कर सकते हैं.
हमारी हड्डियां और जोड़ हमारे शरीर के बेसिक सपोर्ट सिस्टम में शामिल है. यह हमारे अंगों की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. सबसे अहम बात है कि हड्डियों की मजबूती की शुरुआत छोटी उम्र से होने लगती है. हर इंसान की हड्डियां बचपन और किशोरावस्था में बढ़ती और मजबूत होती हैं और इस दौरान हड्डियों का घनत्व तेजी से विकसित होता है. एक बार जब आपका बच्चा वयस्क यानी 18-25 आयु वर्ग तक पहुंच जाता है, उसके बाद हड्डी का घनत्व बढ़ना बंद हो जाता है क्योंकि उसकी 90 प्रतिशत हड्डी पहले ही विकसित हो चुका होती हैं. ऐसे में जो माता-पिता अपने बच्चों की अच्छी शारीरिक और मानसिक ग्रोथ चाहते हैं, उन्हें बच्चे की हड्डियों के स्वास्थ्य पर भी खास ध्यान देना चाहिए.
1-बच्चों को विटामिन डी से भरपूर भोजन दें
विटामिन डी आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य को अच्छा बनाने में एक आवश्यक भूमिका निभाता है और आपके शरीर को कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है. आजकल बच्चों और वयस्कों दोनों में विटामिन डी की कमी काफी आम समस्या है जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है. विटामिन डी की कमी से आगे चलकर कई परेशानियां होती हैं. कई अध्ययनों में यह सामने आया है कि विटामिन डी का स्तर कम होने से हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है और हड्डियों को नुकसान पहुंचता है.
विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत सूरज की रोशनी है. इसलिए कोशिश करें कि आपके बच्चों को सप्ताह में दो से तीन दिन कम से कम 10 मिनट तक सूरज की रोशनी जरूर मिले. उनके हाथ, पैरों और चेहरे पर धूप जरूर पड़नी चाहिए. इसके अलावा बच्चे को विटामिन डी के लिए पनीर और वसायुक्त मछली भी खिला सकते हैं.
2-बच्चों को पर्याप्त कैल्शियम दें
कैल्शियम हड्डियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और यह मांसपेशियों को मजबूत बनाने और हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए महत्वपूर्ण है. दूध, पनीर और दही जैसे डेयरी उत्पाद कैल्शियम के पावरहाउस हैं. आपको अपने बच्चों को ग्रोइंग फेज में कैल्शियम से भरपूर आहार जरूर देना चाहिए. माता-पिता अपने बच्चों को दिन में कम से कम 2 गिलास दूध जरूर देना चाहिए जो हड्डियों के विकास के लिए आवश्यक है. इसके अलावा आपको दिन में कम से कम एक बार अपने बच्चे के भोजन में एक कटोरी दही और हरी सब्जियों को भी शामिल करना चाहिए.
3-विटामिन के और मैग्नीशियम को बनाएं बच्चों की डाइट का हिस्सा
विटामिन के और मैग्नीशियम की अधिक मात्रा वाले लोगों की हड्डियों का घनत्व बहुत अच्छा होता है और उन्हें रिकेट्स और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारियों का खतरा भी कम होता है. इसलिए अपने बच्चों को छोटी उम्र से ही विटामिन के और मैग्नीशियम से भरपूर चीजें खिलाएं. हरी सब्जियां जैसे पालक, केल, पत्तागोभी, सीरियल्स और हरे अंकुरित अनाज विटामिन के और मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत हैं.
4. बच्चों को अच्छी लाइफस्टाइल के लिए प्रोत्साहित करें
आज के डिजिटल युग में बड़ों के साथ ही बच्चे भी मोबाइल फोन और कंप्यूटर जैसी चीजों के आदी हो चुके हैं. आजकल ज्यादातर बच्चे मोबाइल फोन पर गेम खेलते हुए कमरों के सोफे और बेड तक ही सीमित रहते हैं. जबकि बाहर जाकर खेलना-कूदना बच्चों के स्वास्थ्य और विकास के लए बहुत जरूरी है. इसलिए बच्चों को केवल घर तक सीमित ना रखें. उन्हें पार्क में चलने, टहलने, दौड़ना और खेलने-कूदने के लिए प्रेरित करें. ऐसी गतिविधियां आपके बच्चे की हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करती हैं और उनके दिमाग और शरीर को भी एक्टिव करती हैं.