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डायबिटीज के मरीजों के लिए मीठी चीजें ‘जहर’ की तरह होती हैं, इसलिए ये सवाल उठना लाजमी है कि मधुमेह में स्वीट पोटेटो खाया जा सकता है या नहीं?

सर्दियों के मौसम में मार्केट में न्यूट्रीशनल फूड आते हैं जो हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होते, लेकिन डायबिटीज के मरीजों को कंफ्यूजन होती है कि क्या खाएं या क्या न खाएं? क्योंकि जरा सी गलती हो जाए तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से खतरनाक है. विंटर सीजन में शकरकंद काफी ज्यादा पसंद किया जाता है, हर कोई इसे अलग-अलग तरीके से खाता है, लेकिन क्या मधुमेह के रोगियों के लिए इसका सेवन करना सही है या नहीं. इसको लेकर हमने ग्रेटर नोएडा के GIMS अस्पताल में कार्यरत मशहूर डाइटीशियन आयुषी यादव (Ayushi Yadav) से बात की.

शकरकंद में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स
शकरकंद में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन डी, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, हेल्दी फैट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, कैरोटेनॉयड्स और थायमिन जैसे अहम पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत को हर तरह से फायदे पहुंचाते हैं, लेकिन चूंकि इसका स्वाद मीठा होता है इसलिए डायबिटीज के मरीज इसे खाने से डरते हैं.

डायबिटीज के मरीजों के लिए कैसा है शकरकंद?
डाइटीशियन आयुषी यादव के मुताबिक किसी भी भोजन को पकाने के तरीके से ये तय होता है कि उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होगा या ज्यादा. जीआई अधिक होने पर कोई भी चीज मधुमेह के रोगियों के लिए खतरनाक हो सकती है. शकरकंद में स्टार्ट और कार्बोहाइड्रेट होता है, इसलिए कई लोग इसे खाने से घबराते हैं.

शकरकंद को कैसे खाना चाहिए?
शकरकंद में हाई फाइबर और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद माने जाते हैं, लेकिन इसे छिलके के साथ उबालकर खाएं तो ये मधुमेह में लाभकारी साबित हो सकता है, और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है.

इस तरह न खाएं शकरकंद
कुछ लोग शकरकंद को तेल में तलकर खाते हैं, जो सही तरीका नहीं है, इससे खून में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है, जो कि डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरनाक है. आप उबले हुए शकरकंद ही खाएं. इसका सेवन आप हफ्ते में एक या दो बार कर सकते हैं.