प्रयागराज का मशहूर धार्मिक और आध्यात्मिक माघ मेला आज 6 जनवरी से शुरू हो गया है. माघ मेला पौष पूर्णिमा से शुरू होता है. इसकी सबसे ज्यादा धूम उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रही है. यहां देश-दुनिया से श्रद्धालु गंगा यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने के लिए आते हैं. पौष पूर्णिमा की सुबह तड़के 4:00 बजे से श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाना शुरू कर दिया था. माघ मेला को हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि इसका संबंध धर्म के साथ-साथ अध्यात्म से भी है. श्रद्धालु यहां डेढ़ महीने तक रहकर स्नान, दान तप और सत्संग करते हैं. इसे कल्पवास कहा जाता है
पौष पूर्णिमा 2023 तिथि
माघ मेला पौष पूर्णिमा से शुरू होता है और महाशिवरात्रि तक चलता है. इस दौरान प्रमुख तिथियों पर श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाते हैं. इस साल माघ मेला 6 जनवरी से शुरू होकर 18 फरवरी 2023 तक चलेगा. पौष पूर्णिमा 6 जनवरी की रात 2:16 से शुरू हो चुकी है और 7 जनवरी की सुबह 4:37 तक रहेगी. उदया तिथि के अनुसार पौष पूर्णिमा 6 जनवरी 2023 को ही मनाई जा रही है.
माघ स्नान की प्रमुख तिथियां
साल 2023 में माघ स्नान की प्रमुख तिथियां 5 रहेंगी. आइए जानते हैं माघ मेले में स्नान की प्रमुख तिथियां और उनकी तारीख.
पौष पूर्णिमा – 6 जनवरी 2023
मकर संक्रांति – 14 और 15 जनवरी 2023
मौनी अमावस्या – 21 जनवरी 2023
माघी पूर्णिमा – 5 फरवरी 2023
महाशिवरात्रि – 18 फरवरी 2023
शास्त्रों के अनुसार प्रयागराज तीर्थों का राजा है और यहां पर स्नान करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं. साथ ही हर कष्ट से निजात मिल जाती है. हिंदू पुराणों में प्रयागराज के त्रिवेणी संगम स्नान करने के महत्व का उल्लेख कई जगह मिलता है


