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दिल्ली के सराय रोहिल्ला में पिछले सप्ताह एक 37 वर्षीय व्यक्ति की सरेआम कम से कम 100 बार चाकू से गोदकर हत्या करने के आरोप में पुलिस ने तीन किशोरों सहित छह लोगों को पकड़ा है।

मृतक की पहचान रवि यादव के रूप में की गई थी। पुलिस ने बताया कि 8 मई को हुई यह हत्या पूर्व नियोजित थी। इस हत्याकांड को बदले की भावना से अंजाम दिया गया था। पुलिस ने बताया कि 8 मई 2020 इसी तारीख को 37 वर्षीय मृतक व्यक्ति रवि यादव के साथ बहस के दौरान एक आरोपी के भाई की गलती से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

डीसीपी नॉर्थ मनोज मीणा ने कहा कि मृतक की बॉडी के ऊपरी हिस्से पर लगभग 100 घाव थे। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया था, जहां बाद में मृतक की पहचान उसकी पत्नी सावित्री यादव ने अपने पति रवि यादव के तौर पर की थी। उसने कहा कि वह 2020 के एक हत्या मामले में शिकायतकर्ता और प्रत्यक्षदर्शी था और आरोपी उसके पति को मारने की कोशिश कर रहा था।

पुलिस के अनुसार, रवि यादव आनंद पर्वत इलाके में चार साल पुराने हत्या के मामले में शिकायतकर्ता और प्रत्यक्षदर्शी था। यादव को 2020 में लोगों के एक समूह ने चाकू मार दिया था, क्योंकि उसने आरोपियों के साथ झगड़े में अपने पड़ोसी का सपोर्ट किया था। आरोपियों में से एक ने रवि यादव को गोली मारने की कोशिश की थी, लेकिन गलती से वो गोली उनके ही एक लग गई थी, जिसकी पहचान राजन कुमार के रूप में हुई थी। इस के बाद रवि यादव ने पुलिस में घटना की शिकायत दर्ज कराई थी और पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।

पुलिस ने सोमवार को कहा कि राजन कुमार के साथी रवि यादव से बदला लेना चाहते थे और उसी दिन उनकी हत्या कर दी, जिस दिन उनके दोस्त की मौत हुई थी। पुलिस को 9 मई को न्यू रोहतक रोड पर हरिजन बस्ती के बाहर रवि यादव का शव मिला था।

रवि यादव हत्याकांड में बड़े पैमाने पर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने और आरोपियों के घरों पर दबिश देने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को एक आरोपी 22 वर्षीय अजीत कुमार झा को सराय रोहिल्ला के न्यू मार्केट से गिरफ्तार कर लिया। अजीत कुमार झा से पूछताछ में पुलिस को अन्य लोगों शिव कुमार (20) और मोहम्मद इकबाल (19) का सुराग मिला, जिन्हें रेलवे लाइन और जखीरा बाजार के पास से गिरफ्तार किया गया था। उनकी निशानदेही पर तीन किशोरों को भी पकड़ लिया गया।

ऐसे बनाई हत्या की योजना

पुलिस ने कहा कि तीनों ने एक सप्ताह से अधिक समय तक हत्या की योजना बनाई, क्योंकि शिव कुमार, राजन कुमार का छोटा भाई है जो 2020 में हुई अपने भाई की मौत के लिए रवि यादव को दोषी मानता था। तीनों ने 14, 16 और 17 साल की उम्र के तीन किशोरों को रवि यादव के घर के पास रहने के लिए बुलाया और उससे दोस्ती करने को कहा।

डीसीपी मीणा ने कहा कि तीनों किशोरों में से एक को एक सप्ताह पहले रवि यादव के घर के पास रहने के लिए भेजा गया था और दो अन्य किशोरों को भी कुछ दिनों के बाद भेज दिया गया था। वे सभी लगातार रवि यादव का पीछा कर रहे थे और उसकी गतिविधियों पर नजर रख रहे थे, साथ ही उसके दोस्त होने का नाटक भी कर रहे थे। 8 मई को वे सभी रवि यादव को मारने के लिए उसके घर गए, लेकिन वह किसी काम से बाहर गया हुआ था। पुलिस ने कहा कि किशोरों ने सोशल मीडिया ऐप के जरिये रवि यादव को फोन किया और उससे मिलने के लिए कहा।

डीसीपी मीणा ने कहा कि मिलने के बाद आरोपियों ने रवि यादव को पकड़ लिया और उसकी छाती, पेट और गर्दन पर चाकू से कई बार वार किए। उनमें से एक ने रवि यादव के पैर में चाकू घुसा दिया और उसे वहीं छोड़ दिया।

मामले की जांच कर रहे एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि अजीत कुमार झा ने हमें बताया कि उन्हें और शिवा को 8-9 दिन पहले तिहाड़ जेल से किसी का फोन आया था। फोन करने वाले एक परिचित ने उनसे रवि यादव को मारने के लिए कहा और उन्होंने 8 मई को ऐसा करने का फैसला किया। मृतक रवि यादव एक ऐप बेस्ड कैब सेवा का कैब ड्राइवर था और उसके परिवार में उसकी 35 वर्षीय पत्नी सावित्री और दो बच्चे हैं