खबर शेयर करें -

उमरिया में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया. यहां उस समय हड़कंप मच गया जब कार्यक्रम शुरू होते ही एक महिला दुधमुंही बच्ची को लेकर पहुंच गई. उसने यहां आकर हंगामा खड़ा कर दिया.

कहा कि मेरा पति यहां कुंवारा बनकर आया है. वो शादीशुदा होते हुए किसी और लड़की से शादी कर रहा है. हैरानी की बात ये रही कि महिला चीखती-चिल्लाती रही. लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी. उसका पति दूसरी शादी करके चला भी गया.

मामला पाली जनपद के घुनघुटी इलाके का है. यहां सोमवार को सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया. कई दूल्हा दुल्हन यहां शादी करने पहुंचे. इस दौरान चिनकी गांव की रहने वाली ललिता बाई को जैसे ही पता चला कि उसका पति धरम सिंह सामूहिक विवाह में गांव की ही दूसरी लड़की से विवाह कर रहा है, वो तत्काल अपने पिता लल्लू के साथ वहां पहुंच गई. सभी को बताने लगी कि यह मेरा पति है और हमारी एक बेटी भी है.

कहावत है कि “नक्कारखाने में तूती की आवाज” और यही यहां चरितार्थ होता भी दिखा. उस गरीब पिता बेटी की आवाज सुनने वाला वहां कोई नहीं था. वो चिल्लाती रही और उसका पति शादी करके चला गया. गरीबो का मसीहा कहलाने वाली विधायक मीना सिंह और सारे अधिकारी चुप्पी साधे अपना टारगेट पूरा करने में लगे रहे. धरम सिंह ने अपनी पत्नी और बेटी को पहचानने से इनकार कर दिया. कहा कि मैं तो कुंवारा हूं. ये कौन हैं मैं नहीं जानता.

इस मामले में मीडिया ने पाली जनपद पंचायत के सीईओ कुंवर कन्हाई से बात की. उन्होंने कहा कि वो इस मामले की जांच करवाएंगे. अब देखना ये होगा कि आगे क्या होता है.

नकली गहनों के लिए रहा सुर्खियों में

मानपुर विधानसभा क्षेत्र का सामूहिक विवाह हमेशा से ही विवादित रहा है. इससे पहले भी पिछले साल यहां का सामूहिक विवाह नकली आभूषणों को लेकर सुर्खियों में रहा है. नियमानुसार वर-वधू को 12950 रुपए मूल्य के आभूषण प्रदान किये जाने थे. आयोजकों ने जब सोने चांदी के आभूषण वर-वधू को प्रदान किए तो पता चला कि अधिकांश जेवर नकली हैं.