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चित्रदुर्ग में एक शख्स ऑनलाइन सट्टेबाजी में 1.5 करोड़ रुपये हार गया, इसके बाद उसकी पत्नी ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली. मृतका के परिवार ने आरोप लगाया कि पति की इसी आदत की वजह से उसने यह कदम उठाया है.

दंपति का दो साल का बेटा है.

यह घटना तब सामने आई जब 24 वर्षीय रंजीता के पिता ने पुलिस से संपर्क किया और आरोप लगाया कि उनकी बेटी ऋणदाताओं के दबाव में थी, जो अक्सर अपने पैसे मांगने के लिए उनके दरवाजे खटखटाते थे. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि दोनों ने 2020 में शादी कर ली थी. लगभग एक साल बाद उसकी बेटी रंजीता को पता चला कि उसका पति दर्शन क्रिकेट सट्टेबाजी में शामिल था.

रंजीता के पिता ने आरोप लगाया कि कर्ज देने वाले अक्सर उनके घर आते थे और पैसे मांगते थे, जिसकी वजह से घर में अक्सर झगड़े होते थे. शिकायत में लिखा है कि रंजीता को मानसिक रूप से परेशान किया गया, जिसके चलते उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया. पुलिस के मुताबिक, दर्शन पेशे से सहायक अभियंता था और सिंचाई विभाग के लिए काम करता था.

जानकारी के अनुसार, दर्शन ने 12 से अधिक ऋणदाताओं से 84 लाख रुपये का कर्ज लिया हुआ था. हालांकि, क्रिकेट सट्टेबाजी में वह सब कुछ हार गया. छानबीन के दौरान यह खुलासा हुआ कि उसने सट्टेबाजी के तहत लोगों को ब्लैंक चेक भी दिए थे.

अब इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 के तहत शिकायत दर्ज की. साथ ही पुलिस ने इस मामले में तीन कर्जदाताओं को भी गिरफ्तार किया है. आगे में इस मामले में कार्रवाई की जा रही है.