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डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में अवैध तरीके से चल रहे मेडिकल स्टोरों को प्रशासन और पुलिस ने बलपूर्वक खाली कर दिया है। मेडिकल स्टोर का स्वामी राहत के लिए न्यायालय की शरण में गया था लेकिन वहां से उसे कोई राहत नहीं मिली। जिसके बाद यह कार्रवाई हुई है।

राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधीन एसटीएच, टीबी और चेस्ट क्लीनिक और स्वामी राम कैंसर संस्थान में बरेली की मैसर्स वान्टेज प्राइवेट लिमिटेड मेडिकल स्टोर संचालित करती थी। फर्म ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को सालों से किराया नहीं दिया था, जिसकी रकम करोड़ों रुपये में है। पूर्व में सिटी मजिस्ट्रेट ने इन मेडिकल स्टोरों को खाली करने के निर्देश दिए थे लेकिन फर्म स्वामी न्यायालय की शरण में चला गया। वहां से भी उसे कोई राहत नहीं मिली।

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अब सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी पुलिस के साथ अस्पताल पहुंचे। सूचना मिलने पर मेडिकल कॉलेज की तरफ से प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी, जनसंपर्क अधिकारी आलोक उप्रेती, पारितोष पंत, मनोज चौधरी व रवि आदि लोगों ने भी कार्रवाई में अपना सहयोग दिया और बलपूर्वक तीनों मेडिकल स्टोरों को खाली करवा दिया। अब खाली किए गए मेडिकल स्टोरों पर मेडिकल कॉलेज का कब्जा हो गया है। इस दौरान तहसीलदार सचिन कुमार और कोतवाल राजेश यादव भी थे। प्राचार्य डॉ. जोशी ने बताया कि फर्म के ऊपर जो बकाया रकम है, उसकी वसूली के लिए भी कानूनी प्रक्रिया की जा रही है।