’वीडियो में देखा जा सकता है कि मृतक के कफन और पोस्टमार्टम में काम आने वाले सामान के साथ ही अपने लिए बोतल के पैसे मांगता है. कहता है कि उसे सरकार से कुछ नहीं मिलता है. सारा सामान उसे ही लाना पड़ता है. उसके शिकार पीड़ित अक्सर गरीब या दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले लोग बनते हैं. इसका वीडियो अब वायरल हो रहा है.
भले ही आपने अनेकों तरीके के अवैध वसूली करने वाले मामले जरूर सुने और देखे होंगे, लेकिन उत्तराखंड के उधम सिंह नगर की इस अवैध वसूली को देखकर आप हैरान हो जाएंगे. मामला भी ऐसा कि मुर्दों को भी नहीं छोड़ा जा रहा है. पोस्टमार्टम का सामान लाने के नाम पर उनके परिजनों से अवैध वसूली की जा रही है. इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य विभाग अपनी सफाई देते हुए अवैध वसूली करने वाले कर्मचारी को पीआरडी का जवान बताकर अपनी बला टालने की कोशिश कर रहा है. मामला उधम सिंह नगर के पोस्टमार्टम हाउस का है. किसी दुर्घटना में मारे गए व्यक्ति के परिजनों से पोस्टमार्टम हाउस की देखभाल करने वाले व्यक्ति ने अवैध वसूली की.
इसका वीडियो खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में आरोपी व्यक्ति मृतक के परिजनों से रुपये लेता दिखाई दे रहा है. वह व्यक्ति पिछले काफी समय से मृतक के साथ आए तमाम परिजनों से पोस्टमार्टम का सामान मंगाने के नाम पर अवैध वसूली कर चुका है. वायरल वीडियो में साफतौर पर देख सकतें हैं कि वह व्यक्ति मृतक के कफन और पोस्टमार्टम में काम आने वाले सामान के साथ ही अपने लिए बोतल के पैसे मांगता है.
सरकार से कुछ नहीं मिलता, वीडियो में बोला आरोपी
वह कहता है कि उसे सरकार से कुछ नहीं मिलता है. सारा सामान उसे ही लाना पड़ता है. उसके शिकार पीड़ित अक्सर गरीब या दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले लोग बनते हैं. आज उसके द्वारा अवैध वसूली करते वीडियो वायरल होने के बाद भी ऐसी कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है. इसमें साफतौर पर सीएमएस जिम्मेदार हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग उन्हें बचाने का प्रयास कर रहा है.
सरकार की तरफ से दी जाती हैं सभी सुविधाएं- सीएमओ
मामले में सीएमओ उधम सिंह नगर मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है. इस मामले में उन्होंने सीएमएस से बात कर जानकारी ली है. जो व्यक्ति जो वीडियो में दिखाई दे रहा है वह पीआरडी से है. पोस्टमार्टम हाउस में किसी भी तरह के पैसे लेना अपराध है. सरकार की तरफ से सभी सुविधा दी जाती हैं.