जनसम्पर्क विभाग, पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-01
गोरखपुर, 06 अगस्त, 2023:
प्रधानमंत्री ने देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी
’’नई ऊर्जा, प्रेरणा और संकल्पों के आलोक में एक नया अध्याय आरंभ हो रहा है।’’
’’आज संपूर्ण विश्व की दृष्टि भारत पर है। भारत के प्रति विश्व का दृष्टिकोण बदल गया है।’’
’’इतने सारे स्टेशनों के आधुनिकीकरण से देश में विकास के लिए एक नया वातावरण बनेगा।’’
’’ये अमृत रेलवे स्टेशन अपनी विरासत पर गौरवान्वित होने और हर नागरिक में गर्व की भावना उत्पन्न करने के प्रतीक होंगे।’’
’’हमारा बल भारतीय रेल को आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल बनाने पर है।’’
’’अब यह हमारा उत्तरदायित्व है कि हम रेलवे को एक बेहतर पहचान और आधुनिक भविष्य से जोड़ें। ’’हमारा स्वतंत्रता दिवस हमारे तिरंगे और हमारे राष्ट्र की प्रगति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का समय है। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी हमें हर घर पर तिरंगा फहराना है।’’
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज एक ऐतिहासिक कदम के रूप में, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्विकसित ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से उत्तर प्रदेश में 55, राजस्थान में 55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22, गुजरात में 21, तेलंगाना में 21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश में 18, तमिल नाडु में 18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 एवं उत्तराखण्ड में 03 स्टेशन शामिल हैं।
उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नया भारत, जो विकसित भारत के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है, वह अमृत काल के उदय पर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘‘नई ऊर्जा, नई प्रेरणा और नए संकल्प हैं’’ और यह भारतीय रेल के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत है। उन्होंने बताया कि देश के लगभग 1300 प्रमुख रेलवे स्टेशनों को अब आधुनिकता के साथ अमृत भारत स्टेशन के रूप में पुनर्विकसित किया जाएगा और उन्हें नया जीवन मिलेगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि 1300 रेलवे स्टेशनों में से आज लगभग 25,000 करोड़ रुपये की लागत से 508 अमृत भारत स्टेशनों की आधारशिला रखी जा रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुनर्विकास परियोजना, रेलवे के साथ-साथ आम नागरिकों के लिए भी देश में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक बड़ा अभियान होगा। यह देखते हुए कि देश के सभी राज्य इससे लाभान्वित होंगे, प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि उत्तर प्रदेश और राजस्थान में लगभग 4,000 करोड़ रुपये की लागत से प्रत्येक में 55 अमृत स्टेशन, मध्य प्रदेश में लगभग 1,000 करोड़ रुपये की लागत से 34 स्टेशन, महाराष्ट्र में 1,500 करोड़ रुपये की लागत से 44 स्टेशन और तमिल नाडु, कर्नाटक और केरल सहित अन्य राज्यों के प्रमुख रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने रेल मंत्रालय की प्रशंसा की और इस ऐतिहासिक परियोजना के लिए नागरिकों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने विश्व में भारत के बढ़ते कद और भारत में बढ़ती वैश्विक रुचि को रेखांकित किया। उन्होंने इसके लिए दो प्रमुख कारकों को श्रेय दिया। पहला, भारत के लोगों द्वारा एक स्थिर पूर्ण बहुमत वाली सरकार का चुनाव और दूसरा, सरकार ने महत्वाकांक्षी निर्णय लिए तथा लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप उनके विकास के लिये निरन्तर कार्य किया । उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में देश में बिछाई गई पटरियों की लंबाई दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन, पोलैंड, ब्रिटेन और स्वीडन में संयुक्त रेलवे नेटवर्क से अधिक है। भारतीय रेलवे में विस्तार परिप्रेक्ष्य को सामने रखते हुए, प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि केवल पिछले एक वर्ष में ही भारत ने दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के संयुक्त रेलवे नेटवर्क की तुलना में अधिक रेलवे ट्रैक बिछाए। उन्होंने कहा कि आज सरकार रेल यात्रा को सुगम बनाने के साथ-साथ सुखद बनाने के लिए भी काम कर रही है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास रेलगाड़ी से स्टेशन तक सर्वोत्तम संभव अनुभव प्रदान करना है। उन्होंने प्लेटफार्मों पर बैठने की बेहतर जगह, उन्नत प्रतीक्षालयों और हजारों स्टेशनों पर निःशुल्क वाईफाई का उल्लेख किया।
भारतीय रेल में हुए व्यापक विकास को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी प्रधानमंत्री लाल किले से इन उपलब्धियों के बारे में चर्चा करना पसंद करेगा। प्रधानमंत्री ने रेलवे कोे देश की जीवन रेखा बताते हुए कहा कि इसके साथ ही शहरों की पहचान उन रेलवे स्टेशनों से भी जुड़ी है जो समय व्यतीत होने के साथ शहरों की केंद्रस्थली बन गए हैं। इससे स्टेशनों को आधुनिक स्वरूप प्रदान करना अनिवार्य हो गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इतने सारे स्टेशनों के आधुनिकीकरण से देश में विकास के लिए एक नया वातावरण बनेगा क्योंकि वे आगंतुकों के बीच एक अच्छी प्रथम छाप छोड़ेंगे। अपग्रेड किए गए स्टेशनों से न केवल पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि ‘‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट‘‘ योजना कारीगरों की मदद करेगी और जिले की ब्रांडिंग में सहायता करेगी।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि देश ने आजादी के अमृत काल में अपनी विरासत पर गर्व करने का भी संकल्प लिया है। श्री मोदी ने कहा कि ये अमृत रेलवे स्टेशन अपनी विरासत पर गर्व करने और प्रत्येक नागरिक में गौरव की भावना भरने के प्रतीक होंगे तथा भारत की सांस्कृतिक और स्थानीय विरासत की झलक प्रस्तुत करेंगे।
देश के आर्थिक विकास को गति देने में रेलवे की भूमिका को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलवे में रिकॉर्ड निवेश हुआ है। इस वर्ष रेलवे को 2.5 लाख करोड़ रुपये का बजट मिला, जो 2014 की तुलना में पांच गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि आज समग्र दृष्टिकोण के साथ रेलवे के पूर्ण विकास के लिए काम किया जा रहा है। पिछले 9 वर्षों में लोकोमोटिव उत्पादन में 9 गुना की वृद्धि हुई है। आज 13 गुना अधिक एल.एच.बी. कोचों का निर्माण किया जा रहा है।
पूर्वोत्तर में रेल विस्तार के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि लाइनों के दोहरीकरण, गेज परिवर्तन, विद्युतीकरण और नए मार्गों पर तेजी से काम चल रहा है। श्री मोदी ने कहा कि शीघ्र ही पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की राजधानियां रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएंगी।
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 9 वर्षों में 2200 किलोमीटर से अधिक समर्पित फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण किया गया है, जिससे मालगाड़ियों के यात्रा समय में कमी आई है। अब दिल्ली एनसीआर से पश्चिमी पत्तनों पर 24 घंटे में माल पहुंच जाता है, जिसमें पहले 72 घंटे लगते थे। अन्य मार्गों पर भी समय में 40 प्रतिशत की कमी देखी जा रही है, जिससे उद्यमियों, उद्योगपतियों और किसानों को अत्यधिक लाभ हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि 2014 से पहले 6000 से भी कम रेलवे ओवरब्रिज और अंडरब्रिज थे, लेकिन आज यह संख्या 10,000 से अधिक हो गई है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बड़ी लाइनों पर मानव रहित लेवल क्रॉसिंग की संख्या अब शून्य हो गई है। यात्रियों की सुविधा के बारे में चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों की आवश्यकताओं पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारा जोर भारतीय रेल को आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल बनाने पर है। उन्होंने बताया कि 100 प्रतिशत रेल लाइन विद्युतीकरण बहुत जल्द हासिल कर लिया जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप भारत में सभी रेलगाड़ियां केवल बिजली से चलेंगी। प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि सौर पैनलों से बिजली पैदा करने वाले स्टेशनों की संख्या पिछले 9 वर्षों में 1200 से अधिक हो गई है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार का लक्ष्य निकट भविष्य में प्रत्येक रेलवे स्टेशन से हरित ऊर्जा का उत्पादन करना है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि लगभग 70,000 कोचों में एल.ई.डी. लाइटें लगाई गई हैं और 2014 की तुलना में ट्रेनों में बायो-ट्वायलेट की संख्या में 28 गुना वृद्धि हुई है। श्री मोदी ने रेखांकित किया कि सभी अमृत स्टेशन हरित भवनों के मानकों को पूरा करने के लिए बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘2030 तक, भारत एक ऐसा देश होगा जिसका रेलवे नेटवर्क नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन पर चलेगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारतीय रेल ने दशकों तक हमें अपने प्रियजनों से जोड़ने का काम किया है, इसने देश को जोड़ने का काम किया है। अब यह हमारा उत्तरदायित्व है कि हम रेल को एक बेहतर पहचान और आधुनिक भविष्य से जोड़ें।
यह रेखांकित करते हुए कि रेलवे ने अकेले 1.5 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार प्रदान किया है, प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे पर लाखों करोड़ रुपये का निवेश करके रोजगार भी पैदा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान में केंद्र सरकार भी रोजगार मेले के माध्यम से 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का अभियान चला रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बदलते भारत की तस्वीर है, जहां विकास युवाओं के लिए नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त कर रहा है और युवा देश के विकास को नए पंख दे रहे हैं।’’
प्रत्येक भारतीय के लिए अगस्त महीने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि यह क्रांति, कृतज्ञता और कर्तव्य का महीना है और कई ऐतिहासिक अवसरों से परिपूर्ण है जिसने भारत के इतिहास को एक नई दिशा दी। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का उल्लेख किया जो 7 अगस्त को मनाया जाता है और स्वदेशी आंदोलन को समर्पित है। श्री मोदी ने कहा, ‘‘7 अगस्त की यह तिथि हर भारतीय के लिए वोकल फॉर लोकल होने के संकल्प को दोहराने का दिन है। उन्होंने गणेश चतुर्थी के पवित्र त्योहार का भी उल्लेख किया और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से गणेश चतुर्थी मनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने पर्यावरण के अनुकूल सामग्री से बनी मूर्तियों को आजमाने का सुझाव दिया। उन्होंने स्थानीय कारीगरों, हस्तशिल्पियों और छोटे उद्यमियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को खरीदने का भी सुझाव दिया।
प्रधानमंत्री ने 09 अगस्त की चर्चा करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक तिथि थी, जब भारत छोड़ो आंदोलन आरंभ हुआ और इससे स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष में नई ऊर्जा उत्पन्न हुई। प्रधानमंत्री ने आगामी विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का उल्लेख किया और कहा कि हम उन अनगिनत लोगों का स्मरण करते हैं जिन्होंने विभाजन की भारी कीमत चुकाई। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें अपनी एकता को अक्षुण्ण रखने की जिम्मेदारी देता है। श्री मोदी ने कहा, ‘हमारा स्वतंत्रता दिवस, हमारे तिरंगे और हमारे राष्ट्र की प्रगति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का समय है। पिछले वर्ष की भांति इस बार भी हमें हर घर पर तिरंगा फहराना है। उन्होंने सोशल मीडिया पर और फ्लैग मार्च में लोगों के उत्साह का उल्लेख किया और सभी से इस अभियान में जुड़ने की अपील की।
उन्होंने कहा कि आज लोग देख रहे हैं कि किस प्रकार देश में रेलवे का कायाकल्प हो रहा है, मेट्रो का विस्तार हो रहा है। उन्होंने नए एक्सप्रेस-वे और हवाई अड्डों के विकास का उल्लेख किया और कहा कि इस तरह के बदलाव करदाताओं के पैसे से विकसित होने वाले नए भारत की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। अपने संबोधन का समापन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इन 508 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण भी इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अमृत भारत स्टेशन भारतीय रेल के इस बदलाव को एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।’
रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से उपस्थित थे।
भारतीय रेल के 508 स्टेशनों का माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शिलान्यास के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी सिटी, बनारस, बलिया, आजमगढ़, देवरिया सदर, बस्ती, बादशाह नगर, ऐशबाग सीतापुर, कासगंज एवं फर्रुखाबाद स्टेशनों पर वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से राज्यपाल, उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित थे। लालकुआँ स्टेशन पर केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट, विधायक श्री मोहन सिंह विष्ट, विधायक श्री दीवान सिंह विष्ट, विधायक श्रीमती सरिता आर्य, विधायक श्री बंशीधर भगत, बलिया स्टेशन पर सांसद श्री वीरेन्द्र सिंह, सांसद श्री नीरज शेखर, विधायक श्रीमती केतकी सिंह, वाराणसी सिटी स्टेशन पर स्टाम्प व न्यायालय शुल्क तथा पंजीयन विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, बनारस स्टेशन पर आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री दयाशंकर मिश्र ’दयालु’, विधायक श्री सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डा. अवधेश सिंह, देवरिया सदर स्टेशन डा. रमापति राम त्रिपाठी, सांसद श्री रविन्द्र कुशवाहा, विधायक श्रीमती लक्ष्मी गौतम, विधायक श्री सुरेन्द्र चौरसिया, आजमगढ़ स्टेशन पर श्री दिनेश लाल ’निरहुआ’ यादव, सदस्य विधान परिषद श्री विजय बहादुर पाठक, सीतापुर स्टेशन पर नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री, उत्तर प्रदेश श्री राकेश राठौर, सांसद श्री राजेश वर्मा, विधायक श्री निर्मल वर्मा, सदस्य विधान परिषद श्री पवन सिंह चौहान, सदस्य विधान परिषद श्री मो. जसमीर अंसारी, बस्ती स्टेशन पर सांसद श्री हरीश द्विवेदी, फर्रूखाबाद स्टेशन पर सांसद श्री मुकेश राजपूत, विधायक डा. सुरभि, विधायक श्री नागेन्द्र सिंह राठौर, विधायक श्री सुशील कुमार शाक्य एवं कासगंज स्टेशन पर सांसद श्री राजवीर सिंह, विधायक श्री हरिओम वर्मा, विधायक श्री देवेन्द्र सिंह राजपूत, विधायक श्री रजनीकान्त महेश्वरी उपस्थित थे। इनके अतिरिक्त इन स्टेशनों पर सम्मानित जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।
(पंकज कुमार सिंह)
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी
सम्पादक/ब्यूरो प्रमुख, गोरखपुर।
फोटो परिचय- फोटो संख्या-1 भारतीय रेल के 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास करते हुये माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी।
फोटो संख्या-2 एवं 3 भारतीय रेल के 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास समारोह को सम्बोधित करते हुये माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी
जनसम्पर्क विभाग, पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-02
गोरखपुर, 06 अगस्त, 2023: रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधा में उन्नयन एवं परिचालनिक सुगमता हेतु गोरखपुर कैण्ट यार्ड रिमाडलिंग एवं गोरखपुर कैण्ट-कुसम्ही तृतीय लाइन के कमीशनिंग हेतु ब्लाक दिये जाने के कारण गाड़ियों का निरस्तीकरण, मार्ग परिवर्तन, पुनर्निर्धारण, शार्ट टर्मिनेशन एवं शार्ट ओरिजिनेशन निम्नवत किया जायेगा । गोरखपुर कैण्ट यार्ड रिमाडलिंग होने के पश्चात सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित हो जायेगा तथा यहाँ पर लाइनें एवं प्लेटफार्म संख्या बढ़ जायेगी और यहाँ से गाड़ियां चलाई जा सकेंगी। तीसरी लाइन के निर्माण से लाइन क्षमता में विस्तार होने के फलस्वरूप अधिक गाड़ियों का संचलन होगा तथा गाड़ियों के समय पालन में सुधार होगा ।
निरस्तीकरण-
– वाराणसी सिटी से 07 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15130 वाराणसी सिटी-गोरखपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– गोरखपुर से 08 से 31 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15129 गोरखपुर-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– बनारस एवं गोरखपुर से 07 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15104/15103 बनारस-गोरखपुर-बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– बनारस से 07, 09, 14, 16, 21, 23, 28 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 12538 बनारस-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– मुजफ्फरपुर से 07, 09, 14, 16, 21, 23, 28 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 12537 मुजफ्फरपुर- बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– छपरा से 07, 09, 11, 14, 16, 18, 21, 23, 25, 28 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 22531 छपरा-मथुरा जं0 एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– मथुरा जं0 से 07, 09, 11, 14, 16, 18, 21, 23, 25, 28 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 22532 मथुरा जं0- छपरा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– आनन्द विहार टर्मिनस से 07, 12, 14, 19, 21 एवं 26 अगस्त,2023 को चलने वाली 14010 आनन्द विहार टर्मिनस-बापूधाम मोतिहारी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– बापूधाम मोतिहारी से 08, 13, 15, 20, 22 एवं 27 अगस्त,2023 को चलने वाली 14009 आनन्द बापूधाम मोतिहारी-विहार टर्मिनस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– छपरा एवं नौतनवा से 07 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15105/15106 छपरा-नौतनवा-छपरा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– सहरसा से 09, 16 एवं 23 अगस्त,2023 को चलने वाली 15529 सहरसा-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– आनन्द विहार टर्मिनस से 10, 17, 24 अगस्त,2023 को चलने वाली 15530 आनन्द विहार टर्मिनस-सहरसा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– कामाख्या से 10, 17 एवं 24 अगस्त,2023 को चलने वाली 15621 कामाख्या-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– आनन्द विहार टर्मिनस से 11, 18 एवं 25 अगस्त,2023 को चलने वाली 15622 आनन्द विहार टर्मिनस-कामाख्या एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– जम्मू तवी से 11, 18 एवं 25 अगस्त,2023 को चलने वाली 12492 जम्मू तवी-बरौनी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– बरौनी से 13, 20 एवं 27 अगस्त,2023 को चलने वाली 12491 बरौनी-जम्मू तवी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– गुवाहाटी से 14, 21 एवं 28 अगस्त,2023 को चलने वाली 15651 गुवाहाटी-जम्मू तवी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– जम्मू तवी से 18 एवं 25 अगस्त तथा 01 सितम्बर,2023 को चलने वाली 15652 जम्मू तवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।
– दरभंगा से 19 से 29 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15211 दरभंगा-अमृतसर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– अमृतसर से 19 से 29 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15212 अमृतसर-दरभंगा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर एवं पाटलिपुत्र से 24 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15080/15079 गोरखपुर-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– सहरसा से 20 एवं 27 अगस्त,2023 को चलने वाली 15531 सहरसा-अमृतसर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– अमृतसर से 21 एवं 28 अगस्त,2023 को चलने वाली 15532 अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– गोमतीनगर 28 अगस्त,2023 को चलने वाली 15078 गोमतीपुर-कामाख्या एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– कामाख्या से 29 अगस्त,2023 को चलने वाली 15077 कामाख्या-गोमतीनगर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
– उदयपुर सिटी से 09, 16 एवं 23 अगस्त,2023 को चलने वाली 05615 उदयपुर सिटी-गुवाहाटी विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गुवाहाटी से 13, 20 एवं 27 अगस्त,2023 को चलने वाली 05616 गुवाहाटी-उदयपुर सिटी विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– अमृतसर से 09, 16 एवं 23 अगस्त,2023 को चलने वाली 04654 अमृतसर-न्यू जलपाई गुडी विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– न्यू जलपाई गुडी से 11, 18, 25 अगस्त,2023 को चलने वाली 04653 न्यू जलपाई गुडी-अमृतसर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– कटिहार से 12, 19, 26 अगस्त,2023 को चलने वाली 05734 कटिहार-अमृतसर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– अमृतसर से 14, 21 एवं 28 अगस्त,2023 को चलने वाली 05733 अमृतसर-कटिहार विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गांधीधाम से 11, 18 एवं 25 अगस्त,2023 को चलने वाली 09451 गांधीधाम-भागलपुर विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– भागलपुर से 14, 21 एवं 28 अगस्त,2023 को चलने वाली 09452 भागलपुर-गांधीधाम विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर एवं नरकटियागंज से 07 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 05040/05039 गोरखपुर-नरकटियागंज-गोरखपुर अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर एवं नरकटियागंज से 14 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 05096/05095 गोरखपुर-नरकटियागंज-गोरखपुर अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर एवं नरकटियागंज से 14 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 05498/06497 गोरखपुर-नरकटियागंज-गोरखपुर अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– सीवान एवं नकहा जंगल से 20 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 05141/051142 सीवान-नकहा जंगल-सीवान अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर एवं नरकटियागंज से 20 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 05449/05450 गोरखपुर-नरकटियागंज-गोरखपुर अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर एवं छपरा से 20 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 05156/05155 गोरखपुर-छपरा-गोरखपुर अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
– गोरखपुर एवं सीवान से 20 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 05035/05036 गोरखपुर-सीवान-गोरखपुर अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।
मार्ग परिवर्तन-
– कटिहार से 06 से 29 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गाजीपुर सिटी-वाराणसी-बनारस-प्रयागराज जं0-कानपुर सेण्ट्रल के रास्ते चलाई जायेगी।
– अमृतसर से 06 से 29 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15708 अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग कानपुर सेण्ट्रल-प्रयागराज जं0-बनारस-वाराणसी-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी।
– बरौनी से 07 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 02563 बरौनी-नई दिल्ली विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग छपरा-गाजीपुर सिटी-वाराणसी-बनारस-प्रयागराज जं0-कानपुर सेण्ट्रल के रास्ते चलाई जायेगी।
– नई दिल्ली से 07 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 02564 नई दिल्ली-बरौनी विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग कानपुर सेण्ट्रल-प्रयागराज जं0-बनारस-वाराणसी-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी।
– दरभंगा से 07 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 02569 दरभंगा-नई दिल्ली विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग छपरा-गाजीपुर सिटी-वाराणसी-जौनपुर-शाहगंज-अयोध्या कैण्ट-बाराबंकी-ऐशबाग के रास्ते चलाई जायेगी।
– नई दिल्ली से 07 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 02570 नई दिल्ली-दरभंगा विशेष गाड़ी परिवर्तित मार्ग ऐशबाग-बाराबंकी-अयोध्या कैण्ट-शाहगंज-जौनपुर-वाराणसी-गाजीपुर सिटी-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी।
– दुर्ग से 09, 11, 16, 18, 23, 25 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 18201 दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मानिकपुर-प्रयागराज जं0-प्रतापगढ़-अयोध्या-मनकापुर-गोरखपुर के रास्ते चलाई जायेगी।
– नौतनवा से 11, 13, 18, 20, 25 एवं 27 अगस्त,2023 को चलने वाली 18202 नौतनवा-दुर्ग एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-मनकापुर-अयोध्या-प्रतापगढ़-प्रयागराज जं0-मानिकपुर के रास्ते चलाई जायेगी।
– जयनगर से 14, 16, 17, 19, 21, 23, 24, 26, 28 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 14673 जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-मऊ-शाहगंज-बाराबंकी-लखनऊ के रास्ते चलाई जायेगी।
– अमृतसर से 13, 15, 17, 18, 20, 22, 24, 25, 27 एवं 29 अगस्त,2023 को चलने वाली 14674 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-बाराबंकी-शाहगंज-मऊ-छपरा के रास्ते चलाई जायेगी।
– भागलपुर से 10, 17 एवं 24 अगस्त,2023 को चलने वाली 15097 भागलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गाजीपुर सिटी-औड़िहार-वाराणसी-सुल्तानपुर-लखनऊ के रास्ते चलाई जायेगी।
पुनर्निर्धारण-
– सीवान से 07 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 05153 सीवान-गोरखपुर डेमू अनारक्षित विशेष गाड़ी सीवान से 240 मिनट पुनर्निर्धारित कर चलाई जायेगी ।
– नकहा जंगल से 07 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 05375 नकहा जंगल-गोण्डा डेमू अनारक्षित विशेष गाड़ी नकहा जंगल से 180 मिनट पुनर्निर्धारित कर चलाई जायेगी ।
– कामाख्या से 13 एवं 20 अगस्त,2023 को चलने वाली 15655 कामाख्या-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस कामाख्या से 120 मिनट पुनर्निर्धारित कर चलाई जायेगी ।
– रक्सौल से 08 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 15273 रक्सौल-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस रक्सौल से 120 मिनट पुनर्निर्धारित कर चलाई जायेगी ।
– दरभंगा से 08 से 30 अगस्त,2023 तक चलने वाली 12565 दरभंगा-नई दिल्ली एक्सप्रेस दरभंगा से 60 मिनट पुनर्निर्धारित कर चलाई जायेगी ।
– काठगोदाम से 07 से 29 अगस्त,2023 तक चलने वाली 13020 काठगोदाम-हावड़ा एक्सप्रेस काठगोदाम से 120 मिनट पुनर्निर्धारित कर चलाई जायेगी ।
– बरौनी से 20 अगस्त,2023 को चलने वाली 19038 बरौनी-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस बरौनी से 240 मिनट पुनर्निर्धारित कर चलाई जायेगी ।
– मुजफ्फरपुर से 20 अगस्त,2023 को चलने वाली 12557 मुजफ्फरपुर-आनन्द बिहार टर्मिनस एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर से 120 मिनट पुनर्निर्धारित कर चलाई जायेगी ।
शार्ट टर्मिनेशन-
– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 07, 10, 11, 14, 17, 18, 21, 24, 25 एवं 28 अगस्त,2023 को चलने वाली 12165 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर भटनी में यात्रा समाप्त करेगी।
– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 16, 23 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 11081 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर मऊ में यात्रा समाप्त करेगी।
– पुणे से 17 एवं 24 अगस्त,2023 को चलने वाली 11037 पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर मऊ में यात्रा समाप्त करेगी।
– अहमदाबाद से 23 से 27 एवं 29 अगस्त,2023 को चलने वाली 19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर भटनी में यात्रा समाप्त करेगी।
– बांद्रा टर्मिनस से 28 अगस्त,2023 को चलने वाली 19091 बांद्रा टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर भटनी में यात्रा समाप्त करेगी।
– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 24, 26 एवं 28 अगस्त,2023 को चलने वाली 01027 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर विशेष गाड़ी गोरखपुर के स्थान पर मऊ में यात्रा समाप्त करेगी।
शार्ट ओरिजिनेशन-
– गोरखपुर से 08, 11, 12, 15, 18, 19, 22, 25, 26 एवं 29 अगस्त,2023 को चलने वाली 12166 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर भटनी से 17.00 बजे चलाई जायेगी ।
– गोरखपुर से 18 एवं 25 अगस्त तथा 01 सितम्बर,2023 को चलने वाली 11082 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर मऊ से चलाई जायेगी ।
– गोरखपुर से 19 एवं 26 अगस्त,2023 को चलने वाली 11038 गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर मऊ से चलाई जायेगी ।
– गोरखपुर से 24 से 28 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 19490 गोरखपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर भटनी से चलाई जायेगी ।
– गोरखपुर से 29 अगस्त,2023 को चलने वाली 19092 गोरखपुर-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर भटनी से चलाई जायेगी ।
– गोरखपुर से 26, 28 एवं 30 अगस्त,2023 को चलने वाली 01028 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस विशेष गाड़ी गोरखपुर के स्थान पर मऊ से चलाई जायेगी ।
अपरिहार्य कारणों से 05040 गोरखपुर-नरकटियागंज अनारक्षित विशेष गाड़ी 06 एवं 07 अगस्त,2023 को निरस्त रहेगी ।
(पंकज कुमार सिंह)मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी
सम्पादक/ब्यूरो प्रमुख, गोरखपुर।