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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों को धमाकेदार खेल दिखाना होगा. विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और रोहित शर्मा से खासतौर पर बड़ी पारियों की उम्मीद है. ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में जिस तरीके से बैटिंग की थी उससे एक बात साफ है कि पिच बैटिंग के लिए काफी अनुकूल है और क्रीज पर सेट होने के बाद बल्लेबाज यहां बड़ा स्कोर कर सकता है.

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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद टेस्ट मैच में आज (11 मार्च) तीसरे दिन का खेल होना है. भारतीय टीम ने दूसरे दिन के खेल की समाप्ति तक बिना किसी नुकसान के 36 रन बनाए थे. कप्तान रोहित शर्मा 17 और शुभमन गिल 18 रन बनाकर नाबाद थे. भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से पहली पारी के आधार पर अभी भी 444 रन पीछे है.

वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिहाज से टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला जीतना काफी जरूरी है और ड्रॉ से काम नहीं चलने वाला है. अभी जिस जगह मुकाबला खड़ा है, वहां से भारत को जीत हासिल करने के लिए काफी दमदार खेल दिखाना होगा. खासकर भारतीय बल्लेबाजों पर सबसे ज्यादा जिम्मेदारी रहने वाली है क्योंकि अपनी पहली पारी में भारत जितना स्कोर बनाएगा उससे मैच की दिशा निर्धारित होगी.

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देखा जाए तो तीसरे दिन के खेल का पहला सत्र काफी महत्वपूर्ण होने जा रहा है. रोहित शर्मा और शुभमन गिल को शुरुआती घंटे में संभल करके बैटिंग करने होगी. अगर भारत पहला घंटा बिना विकेट के निकाल लेता है तो फिर बड़े स्कोर की नींव सेट हो जाएगी. पिच भी अभी पूरी तरह बैटिंग के अनुकूल दिख रही है और एक बार नजरें जमाने के बाद कोई भी विशेषज्ञ बल्लेबाज यहां बड़ा स्कोर बना सकता है.

कोहली-पुजारा को दिखाना होगा दम

भारतीय टीम को अपने दो अनुभवी बल्लेबाजों चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली से काफी उम्मीद रहेगी. ये अलग बात है कि विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा का प्रदर्शन इस सीरीज में काफी खराब रहा है. कोहली ने पांच पारियों में जहां 111 रन बनाए हैं, वहीं पुजारा के नाम भी पांच पारियों में ही कुल 98 रन दर्ज हैं. पुजारा-कोहली दबाव वाली परिस्थितियों में कई बार भारत के लिए कमाल कर चुके हैं, ऐसे में फैन्स की निगाहें दोनों पर रहने वाली हैं.

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मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और विकेटकीपर केएस भरत का बल्ला भी इस सीरीज में खामोश रहा और दोनों ही प्लेयर्स के लिए फॉर्म में लौटने का यह सुनहरा मौका रहेगा. पहले दो मुकाबलों में अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने बल्ले से भी अहम योगदान देते हुए भारत को संकट से निकालने में मदद की थी. अब एकबार फिर इन प्लेयर्स से भी बतौर बल्लेबाज बड़े स्कोर की उम्मीद रहेगी.

कोलकाता टेस्ट की तरह करना होगा चमत्कार

अगर भारतीय टीम पहली पारी में 600 प्लस स्कोर करती है तब जाकर ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनेगा. भारतीय टीम पहले भी कुछ मौकों पर नामुमकिन को मुमकिन कर चुकी है. 2001 में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ कोलकाता टेस्ट मैच को कौन भूल सकता है जहां भारत ने फॉलोऑन खेलने के बावजूद कंगारुओं को धूल चटाई थी. भारतीय टीम से कुछ उसी तरीके के खेल की उम्मीद की जा रही है.

मुकाबले की बात करें तो ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी पहली पारी में 480 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था. ओपनर उस्मान ख्वाजा ने 422 गेंदों का सामना करते हुए कुल 180 रन बनाए, जिसमें 21 चौके शामिल थे. कैमरन ग्रीन ने भी 18 चौके की मदद से 114 रनों की बेहतरीन पारी खेली. इसके अलावा टॉड मर्फी ने 41 और कप्तान स्टीव स्मिथ ने 38 रनों का योगदान दिया. भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन ने सबसे ज्यादा छह विकेट हासिल किए थे.

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