ऑस्ट्रेलियाई टीम ने चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन शानदार खेल दिखाते हुए चार विकेट खोकर 255 रन बनाए. अब भारतीय टीम को भी दूसरे दिन धमाकेदार खेल दिखाना होगा. सबसे पहले भारतीय गेंदबाजों पर जिम्मेदारी होगी कि वह ऑस्ट्रेलिया को जल्दी से आउट करें. फिर बैटिंग में भारतीय टॉप ऑर्डर को भी अच्छा खेल दिखाना होगा.
अवैध कब्जों के खिलाफ सरकार ने अपनाया कड़ा रुख, अवैध कब्जे हटाने के लिए शासन चलाएगा अभियान
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र स्टेडियम में खेला जा रहा है. मुकाबले के पहले दिन (9 मार्च) ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चार विकेट पर 255 रन बना लिए. स्टंप के समय तक ओपनर उस्मान ख्वाजा 104 रन और कैमरन ग्रीन 49 रन बनाकर खेल रहे थे. उस्मान ख्वाजा के टेस्ट करियर का यह 14वां और भारत के खिलाफ पहला शतक रहा.
गेंदबाजों को करना होगा दमदार प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है उससे भारतीय टीम की टेंशन बढ़ गई है. खेल का दूसरा दिन काफी अहम होने वाला है. भारतीय गेंदबाजों को जल्दी-जल्दी ऑस्ट्रेलियाई टीम के विकेट झटकने होंगे. यदि भारत ऑस्ट्रेलिया को 350 रनों के भीतर ऑलआउट कर देता है तो वह मैच नहीं बनी रहेगी. अन्यथा मुकाबला उसके हाथ से स्लिप कर सकता है. वैसे भी अहमदाबाद की पिच पर चौथी पारी भारतीय टीम को ही खेलनी है. जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, पिच स्पिन गेंदबाजों के अनुकूल होती चली जाएगी.
कोहली-पुजारा को बल्ले से दिखाना होगा दम
मुकाबले में जीत हासिल के लिए भारतीय टीम के बल्लेबाजों को शानदार प्रदर्शन करना ही होगा. खासकर कप्तान रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली को जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी. रोहित ने तो इस टेस्ट सीरीज में एक शतक जड़ा है, लेकिन कोहली और पुजारा का प्रदर्शन काफी खराब रहा है. विराट कोहली ने पांच पारियों में जहां 111 रन बनाए हैं, वहीं पुजारा के नाम भी पांच पारियों में ही कुल 98 रन दर्ज हैं.
देखा जाए तो विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा का टेस्ट क्रिकेट में फॉर्म पिछले कुछ सालों से खास नहीं रहा है. कोहली ने अपना आखिरी शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ बनाया था, वहीं चेतेश्वर पुजारा ने जनवरी 2019 के बाद से सिर्फ एक बार शतक जड़ा है. खराब फॉर्म के चलते दोनों खिलाड़ियों का टेस्ट में एवरेज भी काफी गिर चुका है. खैर जो भी हो… वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत के लिए ये मैच जीतना जरूरी है. ऐसे में कोहली-पुजारा से इस मुकाबले में भारतीय फैन्स बड़ी पारी की उम्मीद कर रहे हैं.
कारपेंटर की गाला घोटकर चाकू से की गयी हत्या, कई दिनों से था लापता, खेत में मिला नग्न शव
ऐसा रहा है अबतक का मुकाबला
मुकाबले की बात करें तो टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत काफी अच्छी रही और उस्मान ख्वाजा ने ट्रेविस हेड के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 61 रन जोड़े. अश्विन ने हेड को आउट करके इस साझेदारी का अंत किया. फिर मार्नस लाबुशेन भी तीन रनों के निजी स्कोर पर शमी का शिकार हो गए.
दो विकेट गिरने के बाद कप्तान स्टीव स्मिथ और उस्मान ख्वाजा के बीच 79 रनों की पार्टनरशिप हुई जिससे ऑस्ट्रेलिया को मोमेंटम हासिल हुआ. हालांकि भारत ने आखिरी सत्र के शुरुआती घंटे में स्टीव स्मिथ (38) और पीटर हैंड्सकॉम्ब (17) का विकेट लेकर वापसी की कोशिश की. लेकिन, ग्रीन और ख्वाजा के बीच की पार्टनरशिप ने ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. भारत की ओर से अबतक मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा दो विकेट चटकाए हैं.