इंडियन आर्मी चीफ मनोज पांडे ने शनिवार को पूर्वी कमान के मुख्यालय का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में LAC पर भारत की सैन्य तैयारियों की समीक्षा की. अधिकारियों ने सेना प्रमुख को युद्ध की तैयारियों के बारे में जानकारी दी.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को पूर्वी सेना कमान के मुख्यालय का दौरा किया. इस दौरान जनरल पांडे ने अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत की सैन्य तैयारियों की समीक्षा की. अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता मुख्यालय कमान के वरिष्ठ कमांडरों ने सेना प्रमुख को सैनिकों की तैनाती सहित युद्ध तैयारियों के बारे में जानकारी दी.
जनरल मनोज पांडे का यह अहम दौरा अरुणाचल प्रदेश के तवांग से लगती LAC पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के छह सप्ताह बाद हो रहा है. सेना की पूर्वी कमान के ऊपर अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम से लगती LAC की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. सेना ने बताया कि जनरल पांडे ने सैनिकों की उच्च पेशेवर मानकों को कायम रखने और अपने कर्तव्य के प्रति समर्पण की तारीफ की.
सेना ने ट्वीट किया, ‘सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कोलकाता स्थित पूर्वी कमान के मुख्यालय का दौरा किया और उन्हें युद्ध तैयारियों और उत्पन्न सुरक्षा हालात की जानकारी दी गई.”
जिनपिंग ने भी सैनिकों से की थी बातचीत
इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन बॉर्डर पर तैनात चीनी सैनिकों के साथ वीडियो लिंक के जरिये बातचीत की थी. चीन की सरकारी मीडिया ने इस बात की जानकारी दी कि पीएलए कमांडर ने इन सैनिकों को पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के हेडक्वार्टर से संबोधित किया और सैनिकों की युद्ध तैयारियों का जायजा लिया.
9 दिसंबर को LAC पर सैनिकों के बीच झड़प
बता दें कि 9 दिसंबर को तवांग सेक्टर के यांग्त्से में LAC पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प के बाद भारत और चीन के बीच तनाव और बढ़ गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 13 दिसंबर को संसद में कहा था कि चीनी सैनिकों ने यांग्त्से क्षेत्र में यथास्थिति को “एकतरफा” बदलने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने अपनी दृढ़ निश्चय शक्ति से उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया.
LAC पर हालात स्थिर लेकिन अप्रत्याशित: सेना प्रमुख
जनरल पांडे ने 12 जनवरी को कहा कि चीन के साथ सीमा पर हालात स्थिर लेकिन अप्रत्याशित हैं और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सैनिकों को पर्याप्त रूप से तैनात किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वी क्षेत्र में चीनी सैनिकों की संख्या में मामूली वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा था, लेकिन हम वहां की गतिविधियों और गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं.