इस संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियां पहाड़ी, ग्रामीण या फिर शहरी क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने का अभ्यास करेंगी।
भारतीय और उज्बेकिस्तान की सेनाओं के बीच द्विवार्षिक प्रशिक्षण अभ्यास डस्टलिक-2023 का चौथा संस्करण आज से पांच मार्च तक पिथौरागढ़ में आयोजित किया जाएगा। इस संयुक्त अभ्यास में भारतीय दल का प्रतिनिधित्व पश्चिमी कमान की 14वीं बटालियन द गढ़वाल राइफल्स करेगी, जबकि उज्बेकिस्तान सेना का प्रतिनिधित्व उज्बेकिस्तान सेना के उत्तर पश्चिमी सैन्य जिले के सैनिक करेंगे। इस संयुक्त युद्धाभ्यास का उद्देश्य सैन्य क्षमता को बढ़ाना है।
संयुक्त सैन्य अभ्यास (दस्तलिक) 20 फरवरी से पिथौरागढ़ सैन्य क्षेत्र में शुरू होगा जो पांच मार्च तक चलेगा। इसमें दोनों देशों के 45-45 जवान प्रतिभाग करेंगे। सेना से मिली जानकारी के अनुसार इस संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान दोनों देशों के सैनिक अपने-अपने कौशल और अनुभव को साझा करेंगे। दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियां पहाड़ी, ग्रामीण या फिर शहरी क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने का अभ्यास करेंगी।
इस संयुक्त अभ्यास से दोनों देशों के सैन्य संबंधों को मजबूती मिलेगी। बताया जा रहा है कि इसमें दोनों देशों के 90 जवान शामिल होंगे। इससे पहले वर्ष 2019 में पिथौरागढ़ में भारत और कजाकिस्तान का जबकि वर्ष 2021 में भारत और नेपाल की सेना के जवानों का संयुक्त सैन्य अभ्यास हुआ था।होली से पहले हो सकती है उत्तराखंड सरकार के 88 खली पड़े पदों पर मंत्री-राज्यमंत्रियों की घोषणा