केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर घोषणा हो चुकी है. 20 नवंबर को केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होगा और 23 नवंबर को विधानसभा उपचुनाव के परिणाम आएंगे.
निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड के साथ 48 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों पर उपचुनावों की तारीख की घोषणा की है. केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी 29 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल सकेंगे. वहीं नाम वापसी की अंतिम तिथि 4 नवंबर है.
केदारनाथ विधानसभा में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है. अब तक तीन बार भाजपा ने तो दो बार कांग्रेस ने इस विधानसभा सीट पर कब्जा जमाया है. दरअसल, भाजपा विधायक शैला रानी रावत के निधन के बाद यह विधानसभा सीट खाली हुई है.
इस विधानसभा सीट से पूर्व विधायक आशा नौटियाल, दिवंगत विधायक शैला रानी रावत की बेटी ऐश्वर्या रावत, कर्नल अजय कोठियाल और कुलदीप रावत भाजपा के प्रमुख दावेदारों में हैं तो कांग्रेस से पूर्व विधायक मनोज रावत, जिला अध्यक्ष कुंवर सजवान और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत अपनी दावेदारी जता रहे हैं.
धामी सरकार का बड़ा इम्तिहान
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव भाजपा और धामी सरकार के लिए बड़ा इम्तिहान है. भाजपा हाल ही में भले ही हरियाणा में सत्ता पर लगातार तीसरी बार काबिज होने में कामयाब रही हो, लेकिन उत्तराखंड के बद्रीनाथ और मैंगलोर विधानसभा उपचुनाव हार चुकी है. यही कारण है यह भाजपा के लिए बड़ी परीक्षा है.
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के लिए परिणाम अनुकूल नहीं रहे तो इसका सीधा असर उत्तराखंड की राजनीति पर पड़ेगा.
वहीं कांग्रेस इस सीट को जीतकर भाजपा का किला भेदना चाहती है. कांग्रेस जानती है कि केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के नतीजे देश की राजनीति पर सीधा बड़ा असर करेंगे.
केदारनाथ में क्या है जातीय समीकरण?
केदारनाथ विधानसभा में 90540 मतदाता है, जिसमें पुरुष मतदाता 44765 हैं और महिला वोटर 45775 हैं. केदारनाथ विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा राजपूतों मतदाताओं की संख्या है तो इसके बाद ओबीसी, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ब्राह्मण वोटर की संख्या आती है. केदारनाथ विधानसभा सीट में 2949 सर्विस वोटर हैं, जिसमें 2921 पुरुष मतदाता और 28 महिला मतदाता शामिल हैं.
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए इलेक्शन कमीशन ने भी पूरी तैयारी की है. केदारनाथ उपचुनाव को लेकर 173 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जहां मतदाता अपना वोट डालेंगे. उपचुनाव के मद्देनजर दो जोनल मजिस्ट्रेट और 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया है. वहीं एक रिटर्निंग ऑफिसर और एडिशनल रिटर्निंग ऑफिसर तैनात किए गए हैं.