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रक्षाबंधन से ठीक पहले सरकार ने आज फैसला किया है कि अब जो आम उपभोक्ता है उसे प्रति गैस सिलेंडर 200 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी. जबकि देश में साढ़े नौ करोड़ गरीब महिलाएं जो उज्जवला योजना का सिलेंडर इस्तेमाल करती हैं, उनकी सब्सिडी बढ़कर 200 रुपये से बढ़ाकर अब 400 रुपए कर दी जाएगी.

केंद्र सरकार ने गैस सिलेंडर के दामों में कटौती का फैसला लिया. रक्षाबंधन से ठीक पहले सरकार ने आज फैसला किया है कि अब जो आम उपभोक्ता है उसे प्रति गैस सिलेंडर 200 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी. जबकि देश में साढ़े नौ करोड़ गरीब महिलाएं जो उज्जवला योजना का सिलेंडर इस्तेमाल करती हैं, उनकी सब्सिडी बढ़कर 200 रुपये से बढ़ाकर अब 400 रुपए कर दी जाएगी.

रक्षाबंधन से पहले देश की महिलाओं को फायदा

रक्षाबंधन से ठीक पहले देश की महिलाओं को केंद्र सरकार ने फायदा दिया है. इससे महिलाएं काफी खुश भी हैं. ऐसे में जब आजमगढ़ की शशिकला से गैस सिलेंडर के घटे दामों को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अच्छा है कम हो गया. जो गरीब हैं सिलेंडर नहीं भरा पाते हैं उनके लिए अच्छा होगा. वहीं बेंगलुरु में राखी से ठीक पहले मेंहदी लगवाती बहनें भी खुश दिखीं. इसके अलावा हरदा की महिला सलमा ने कहा कि वो गरीब फैमिली से हैं. मुश्किल होता है इतना महंगा सिलेंडर भराना. फिलहाल 1126 रेट है. अब 400 बचेंगे तो अच्छा रहेगा.

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अब सरकार के अस फैसले के मायने समझते हैं. केंद्र सरकार के एक फैसले से सीधे देश में 23 करोड़ आम परिवार को 200 रुपए प्रति सिलेंडर की छूट मिलेगी. जबकि 10 करोड़ उज्ज्वला सिलेंडर वाली महिलाओं को 400 रुपए प्रति सिलेंडर की छूट मिलेगी.

पीएम मोदी ने दिया महिलाओं को तोहफा…

इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि रक्षाबंधन का पर्व अपने परिवार में खुशियां बढ़ाने का दिन होता है. गैस की कीमतों में कटौती होने से मेरे परिवार की बहनों की सहूलियत बढ़ेगी और उनका जीवन और आसान होगा. मेरी हर बहन खुश रहे, स्वस्थ रहे, सुखी रहे, ईश्वर से यही कामना है.

किस राज्य में कितना होगा रेट?

यानी ये तो साफ है कि केंद्र का फैसला हर परिवार को सीधे असर डालेगा. क्योंकि खाने में कटौती कोई कर भी ले लेकिन बनाने में कटौती कैसे करता. लेकिन अब नए दाम कितने फर्क डालेंगे ये जान लेते हैं…

  • दिल्ली में जो सिलेंडर 1103 का मिलता था वो अब 903 का मिलेगा. तो वहीं उज्ज्वला वाले परिवार को 703 रुपये का एक सिलेंडर मिलेगा.
  • मुंबई में 1102 रुपये से घटकर आम परिवार को 902 रुपये और उज्ज्ला वाले गरीब परिवार को 702 रुपये का सिलेंडर मिलेगा.
  • वहीं पटना में 1201 रुपये से घटकर अब आम आदमी 1001 रुपये में सिलेंडर पाएगा. तो उज्ज्वला योजना जिनके पास है वो 801 रुपये में सिलेंडर भरा पाएंगे.
  • जयपुर में 1006 रुपये का सिलेंडर आम परिवार को 906 और गरीब परिवार को 706 का पड़ेगा.
  • भोपाल में 1108 रुपये नहीं अब 908 रुपये और गरीब परिवार को 708 रुपये देने होंगे.
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2014 में सिलेंडर कितने का मिलता था?

अलग-अलग शहरों के दाम के अलावा एक नजर पुराने आंकड़ों पर भी डालते हैं. 1 मई 2014 यानी केंद्र में मोदी सरकार बनने से ठीक पहले 928 रुपये का सिलेंडर था, जो 1 जून 2014 को सरकार बनने के बाद दिल्ली में 905 रुपये का हुआ. यानी अब देखें तो आम लोगों को सिलेंडर 903 रुपये का दिल्ली में  मिलेगा. मतलब 2014 में जो कीमत थी. वापस 9 साल पुरानी कीमत पर सिलेंडर के दाम पहुंच गए हैं. जिसके लिए सरकार ने तय किया है कि वो खुद 7680 करोड़ रुपए का खर्च उठाएगी. ताकि महिलाओं को सस्ता सिलेंडर मिल सके.

अब सरकार के फैसले पर सियासत न हो ऐसा तो मुमकिन ही नहीं है. जैसे ही सिलेंडर सस्ता करने की खबर आई, वैसे ही सरकार के मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रवक्ता इसे बड़ी सौगात बताने लगे. तो विपक्ष के सभी नेता इसे चुनावी फैसला कहने लगे. ऐसे में भाजपा सरकार के समय सिलेंडर के दाम और इससे की पहले की सरकारों के दौरान सिलेंडर के दामों पर एक नजर डाल लेते हैं.

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UPA राज में ज्यादा महंगा था सिलेंडर

11 दिसंबर 2013 यानी यूपीए राज के दौरान सिलेंडर की कीमत 1241 रुपये तक पहुंची. जबकि 1 मार्च 2023 को एनडीए राज में सिलेंडर की कीमत सबसे ज्यादा अगर देखें तो 1103 रुपये तक ही पहुंची. जिसे अब 200 रुपये आम लोगों और 400 रुपए गरीबों के लिए घटा दिया गया है. यानी यूपीए राज में जितनी ऊंची कीमत तक सिलेंडर गया, एनडीए राज में नहीं गया.

कांग्रेस का 500 रुपये में सिलेंडर का दावा

कांग्रेस दावा करती है कि राजस्थान में वो 500 रुपये में सिलेंडर दे रही है. लेकिन इसका गणित कोई खुलकर नहीं बताता. जयपुर में 1050 रुपये का सिलेंडर अब तक था और इसे गहलोत सरकार 500 रुपये का देने का दावा करती है. तो फॉर्मूला ये था कि इसमें 200 रुपये तो पहले ही केंद्र सरकार सब्सिडी दे रही थी. जिसमें अपनी तरफ से 350 रुपये की सब्सिडी गहलोत सरकार ने जोड़ी थी. यानी केंद्र की सब्सिडी पर अपनी सब्सिडी जोड़कर 500 का फॉर्मूला बनाया था. जिसमें अब केंद्र ने और भी राहत दे दी है.

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