बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी का कार्डियक अरेस्ट से दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में निधन हो गया. मुख्तार को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट कर दिया गया है. मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है.
जेल में बंद मुख्तार अंसारी का कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया है. गुरुवार शाम करीब साढ़े 8 बजे मुख्तार की जेल में तबीयत बिगड़ी थी. मुख्तार को उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था. तुरंत ही 9 डॉक्टर्स की टीम तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई गई. लेकिन डॉक्टरों के काफी प्रयास के बाद कार्डियक अरेस्ट से मुख्तार की मौत हो गई. रात करीब साढ़े दस प्रशासन ने मुख्तार की मौत की सूचना सार्वजनिक की.
सूचना मिलते ही जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी अंकुर अग्रवाल कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ मंडलीय कारागार पहुंचे थे. करीब 40 मिनट तक अधिकारी जेल के भीतर रहे. इसके बाद मुख्तार को एंबुलेंस से मुख्तार को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था.
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट कर दिया गया है. पुलिस मऊ, गाजीपुर में फ्लैग मार्च कर रही है. मऊ, बांदा और गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है. मेडिकल कॉलेज और बांदा जेल के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. डॉक्टरों का तीन पैनल मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम करेगा. उसके बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा
जेल में बेहोश होकर गिर गया था मुख्तार अंसारी
बताया जा रहा है कि बैरेक में मुख्तार अंसारी अचानक बेहोश होकर गिर गया था. इससे पहले मंगलवार 26 मार्च को भी रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, उसे स्टूल सिस्टम और पेट दर्द की समस्या थी. जहां डॉक्टरों ने ज्यादा खाने (ओवरईटिंग) व कब्ज का इलाज किया गया और 14 घंटे बाद उसी दिन देर शाम उसे वापस जेल भेज दिया गया था. बता दें, मुख्तार ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि उसे जेल में धीमा जहर दिया जा रहा है.
डॉक्टर के सामने बिगड़ी मुख्तार की तबीयत
बताया जा रहा है कि जेल में डॉक्टर के सामने भी उसकी स्थिति ठीक नहीं थी. उसे उल्टी हुई और पुराने डॉक्टर को भी बुलाया गया था. इसके बाद उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था. मंगलवार को भी मेडिकल चेकअप के दौरान मुख्तार अंसारी का दो बार पेट का एक्सरे किया गया था. साथ ही ब्लड सैंपल कलेक्ट किए थे. जिसमें उसकी शुगर, CBC, LFT (लिवर फंक्शन टेस्ट), इलेक्ट्रोलाइट (सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम) की जांच कराई गई थी. रिपोर्ट नॉर्मल आने के बाद उसे डिस्चार्ज कर वापस बांदा जेल भेज दिया गया था. जेल डीसी एसएन साबत ने बताया कि मुख्तार अंसारी रोजा रखता था. गुरुवार को रोजा रखने के बाद उसके बाद उसकी तबीयत खराब हुई है.
बांदा में पुलिस की सुरक्षा बढ़ाई गई
बांदा में पुलिस सुरक्षा बढ़ाई गई. डीएम, एसपी समेत जिले की फोर्स को मेडिकल कॉलेज पर बुलाया गया है. साथ ही डीजीपी मुख्यालय ने सतर्कता बरतने के निर्दश दिए गए हैं. बांदा के साथ-साथ यूपी के सभी जिलों में सतर्कता बढ़ाई गई. लखनऊ कानपुर से लेकर मऊ, गाजीपुर में सभी जिलों के कप्तान को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए. संवेदनशील इलाकों में पुलिस फोर्स के पेट्रोलिंग बढ़ाने के भी आदेश दिए गए हैं.
मुख्तार को जेल में आया हार्ट अटैक
मंगलवार को मुख्तार के परिजन उससे मिलने मेडिकल कॉलेज आए थे. सिर्फ अफजल अंसारी ही उससे मिल पाया था. जिसके बाद उमर अंसारी ने लोकल प्रशासन सहित सरकार पर जेल में मारने के गंभीर आरोप लगाए थे, सुरक्षा पर सवाल खड़े किए थे. खुद मुख्तार ने भी जेल प्रशासन पर खुद को खाने में स्लो पॉइजन देने के आरोप लगाया था. फिर तबियत खराब होने के बाद उसे दुर्गवावती मेडिकल कॉलेज भेजा गया था. जहां उसकी सभी रिपॉर्ट नॉर्मल आई थी इसके बाद उसे वापस बांदा जेल भेज दिया था.