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हल्द्वानी: झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह और एसीएमओ रश्मि पंत द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई. वनभूलपुरा क्षेत्र में चिकित्सा दल के द्वारा प्राप्त शिकायत के क्रम में एक डेन्टल क्लीनिक, काठगोदाम का निरीक्षण किया गया. केन्द्र के स्वामी द्वारा बीडीएस की डिग्री प्रदर्शित की गयी, जिसका काउंसिल में नवीनीकरण नहीं किया गया है.

केंद्र का नैदानिक स्थापन (रजिस्ट्रीकरण एवं विनियमन) अधिनियम 2010 (CEA) के अन्तर्गत पंजीकरण नहीं किया गया था. केन्द्र में अनेक औजार पाये गये. केन्द्र में बायो मेडिकल अधिनियम का पालन नहीं किया जा रहा था. निरीक्षण दल के द्वारा केन्द्र के स्वामी को तीन कार्य दिवसों के भीतर केंद्र से संबंधित सभी दस्तावेज, डिग्री मुख्य चिकित्सा अधिकारी हल्द्वानी के कैम्प कार्यालय में उपलब्ध कराने हेतु आदेशित किया गया.

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केन्द्र में व्याप्त अनियमितताओं के कारण केंद्र स्वामी पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया. इसके अलावा टीम द्वारा सलीम अहमद, चोरगलिया रोड, गफूर बस्ती हल्द्वानी का निरीक्षण किया गया. केन्द्र के स्वामी द्वारा योगा एवं नैचुरोपैथी की डिग्री प्रदर्शित की गयी.

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केंद्र का नैदानिक स्थापन (रजिस्ट्रीकरण एवं विनियमन) अधिनियम 2010 (CEA) के अन्तर्गत पंजीकरण नहीं किया गया था. केन्द्र में अनाधिकृत रूप से अत्यधिक मात्रा में एलोपैथी दवाएं, इंजेक्शन आईवी ड्रिप, एंटीबायोटिक एवं अन्य उपचार में आने वाली सामग्री उपलब्ध पायी गयी. वहीं केन्द्र के स्वामी के पास ड्रग लाइसेंस नहीं पाया गया. केंद्र में अत्यधिक बायोमेडिकल वेस्ट पाया गया एवं बायोमेडिकल अधिनियम का पालन नहीं किया जा रहा था. निरीक्षण दल के द्वारा केन्द्र के स्वामी को तीन कार्य दिवसों के भीतर केंद्र से संबधित सभी दस्तावेज, डिग्री मुख्य चिकित्सा अधिकारी, हल्द्वानी के कैंप कार्यालय में उपलब्ध कराने हेतु आदेशित किया गया तथा केन्द्र में व्याप्त अनियमितता के कारण केंद्र स्वामी पर दस हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया.

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