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अजमेर जिले के रामगंज थाना इलाके में स्थित मस्जिद में हुए मर्डर का खुलासा हो चुका है। मर्डर करने वाले छह बच्चे जिनकी उम्र सोलह साल तक है….। पुलिस ने उनको पकड़ा और अब उन्हें नियमानुसार सजा दी जा रही है। इस पूरे मामले में पुलिस के सामने कई पहलू आए हैं। पुलिस ने मनोवैज्ञानिक के जरिए बच्चों से पूछताछ की तो उनमें कई बड़े खुलासे हुए हैं।

14 साल के बच्चे से कुकर्म

मस्जिद में रहने वाला मौलाना वहां का हैड मौलाना था। उसका नाम मोहम्मद माहिर है। वह तीस साल का था। लेकिन सात साल से बच्चों के साथ कुकर्म कर रहा था। 26 अप्रेल को वह यूपी के कानपुर से लौटा था। वहीं का रहने वाला था। अपने साथ चौदह साल के एक बच्चे को लेकर आया था। अगली रात उसने बच्चे के साथ कुकर्म किया। बच्चा चीखा चिल्लाया तो उसका मुंह दबाया और बाद में उसे रूपए देने का लालच दिया।

कमरे में बुलाकर करता था गलत काम

मौलाना की हत्या के मामले में पकड़े गए बच्चों ने बताया कि वह पैर दबाने या सिर दबाने के नाम पर बच्चों को अपने कमरे में रात के समय बुलाता था। लगभग हर रोज किसी न किसी बच्चे को चुनता था और कहता था कि खाना खाने के बाद कमरे में आ जाना, सिर में दर्द है, सिर दबा देना। बस उसके बाद से वह बच्चा कमरे में चला जाता था। जानकारी में सामने आया है कि मौलाना के मोबाइल फोन से करीब पांच सौ से भी ज्यादा अश्लील वीडियो मिले हैं।

पैरेंट्स भी हैरान कैसे की बच्चों ने हत्या

उसे मारने के लिए बच्चों ने मिलकर प्लान बनाया। यू ट्यूब पर वीडियो देखे। उसके बाद पूरी प्लानिंग की। पहले सिर पर डंडा मारा। उसके बाद रस्सी को गले में बांधकर दोनो ओर से खींच दी। मौलाना ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के खुलासे के बाद बच्चों के परिजन भी दंग है। जिन्होनें बच्चों को पढ़ने और धर्म की शिक्षा लेने के लिए मौलाना के पास भेजा था।