नाबालिग लड़की से दिल्ली से देहरादून जाने वाली उत्तराखंड रोडवेज की बस में दुष्कर्म का मामले सामने आया है. इस घटना के बाद से नाबालिग लड़की की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. पुलिस ने मामले में बस ड्राइवर सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
दिल्ली से उत्तराखंड रोडवेज की बस में नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का मामला सामने आया है. SSP ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बस ड्राइवर, कंडक्टर समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. हालांकि, अभी मेडिकल रिपोर्ट आना बाकी है. जानकारी के मुताबिक, पीड़िता उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की रहने वाली है. वारदात के बाद से नाबालिग लड़की की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. बताया जाता है कि 12 अगस्त की रात को 12:30 बजे वह दिल्ली के आईएसबीटी से उत्तराखंड रोडवेज से देहरादून पहुंची थी. इसी दौरान आधी रात नाबालिग के साथ दुष्कर्म की बात सामने आई.
13 अगस्त को बदहवास स्थिति में मिली थी लड़की
इस मामले में देहरादून एसएसपी का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. दुष्कर्म के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. मामले में आईएसबीटी स्थित सरोजिनी, सीडब्ल्यूसी (CWC) की पर्यवेक्षक ने बताया कि 13 अगस्त की सुबह नाबालिग लड़की सुबह 2 से 2:30 के बीच बदहवास स्थिति में मिली थी. बच्ची की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही थी. शरीर पर भी कोई चोट या ब्लीडिंग नहीं दिखी. हालांकि अंदरूनी चोट है या नहीं, हम नहीं कहत सकते. बच्ची को हमने वेलफेयर सेंटर भेज दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
गार्ड ने लड़की को मैगी की दुकान पर देखा तो पुलिस को दी सूचना
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 1:30 से 2 बजे के बीच एक गार्ड ने एक बालिका को देहरादून ISBT के प्लेटफार्म नंबर पर एक मैगी की दुकान पर बैठे हुए देखा. इस दौरान उससे एक व्यक्ति बातचीत कर रहा था. जिसके बाद गार्ड ने 1098 पर कॉल किया. मौके पहुंची पुलिस ने जब लड़की से पूछा तो वह अपना नाम नहीं बता पा रही थी.
वह सिर्फ केवल इतना बता पा रही थी कि वह पटियाला से है. उसने यह भी कहा कि उसके माता-पिता नहीं हैं. लड़की मानसिक रूप से परेशान लग रही थी. एसएसपी ने बताया कि 3:30 बजे तक पूरी प्रक्रिया के दौरान पीड़ित ने कोई अप्रिय घटना की जानकारी नहीं दी. बालिका ने बताया कि वह कभी मुरादाबार, कभी दिल्ली और कभी पटियाला जाती रही है.
उसने अपने भाई या परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. 14 तारीख को भी उसने कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन 16 तारीख को काउंसिलिंग के दौरान उसने बताया कि वह मुरादाबाद की रहने वाली है. दिल्ली गई थी और फिर दिल्ली से देहरादून पहुंची.
मुरादाबाद के एक गांव के प्रधान ने पीड़िता को पहचाना
एसएसपी ने आगे बताया कि घटना स्थल की जानकारी स्पष्ट नहीं है. लेकिन उसने खुलासा किया कि 5 लोगों ने एक-एक करके उसके साथ गलत काम किया था. सिंह ने कहा इस मामले में भगवानपुर वाला का एक ड्राइवर मुख्य आरोपी है. ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में एक अन्य ड्राइवर, क्लीनर, सफाई कर्मचारी और एक कैशियर शामिल थे.
सभी 5 लोगों को पहचान लिया गया है और उन्हें हिरासत में लिया गया है. सभी आरोपी माजरा, बुग्गावाला, और भगवानपुर के रहने वाले हैं. एसएसपी सिंह के अनुसार मुरादाबाद जिले के एक गांव के प्रधान ने पीड़ित को पहचाना और बताया कि लड़की अक्सर घर से चली जाती थी. पीड़ित मानसिक रूप से कमज़ोर लगती है. हालांकि मेडिकल रिपोर्ट आना बाकी है.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया की हमने आईएसबीटी की जांच की है जहां सुरक्षा पर्याप्त है.पुलिस पर उठ रहे सवाल के बारे में बात करते हुए एसएसपी ने कहा कि पीड़ित ने किसी को कुछ नहीं बताया था. आगे की जांच के लिए अभी मेडिकल और 2 बसों की एफएसएल रिपोर्ट है आना बाकी है. आरोपियों की पहचान धर्मेंद्र कुमार, देवेंद्र, रवि कुमार, राजपाल, राजेश कुमार सोनकर के रूप में हुई है.