सोमवार को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुए बस हादसे में 36 लोगों की जान चली गई थी. इतने बड़े हादसे ने प्रदेश ही नहीं पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. लेकिन समाज में कुछ ऐसे भी लोग थे जिन्होंने इस हादसे का जश्न भी मनाया.
इन्ही में से एक मोहम्मद आमिर नाम का शख्स भी है. उसने मृतको की फोटो के साथ सोशल मीडिया पर सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है. आमिर ने मृतकों की फोटो एडिट करके उसमें गाना लगाया और लिखा हैप्पी दीवाली-फ्री होम डिलीवरी. अब अल्मोड़ा पुलिस ने आरोपी को साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है.
4 नवंबर को हुए इस हादसे ने 36 परिवारों की जिंदगियां तबाह कर दी थी. बस में कुल 63 लोग सवाल थे, जिसमें से 36 लोगों की मौत हो गई. इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश की धामी सरकार ने पीड़ितों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए थे.
पुलिस ने मोहम्मद आमिर को किया गिरफ्तार
मोहम्मद आमिर की इस हरकत से स्थानीय लोगों में आक्रोश का माहौल देखा गया. इसके बाद लोगों ने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. एक्शन लेते हुए अल्मोड़ा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया. फोटो के साथ गाना एडिट कर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले मोहम्मद आमिर को तनिक से भी सहानभुति नहीं आई कि वह जिन मृतकों की फोटो लगाकर ऐसी नापाक हरकत कर रहा है उनके परिवारवालों पर क्या बीत रही होगी.
वायरल हुई थी फोटो और वीडियो
इस दुखद घटना के बाद आमिर ने मृतकों की फोटो लगाकर उसे एडिट करके सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. उसने लिखा था कि हैप्पी दीवाली-फ्री होम डिलीवरी. उसका यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. इसके बाद लोगों ने तुरंत उसकी शिकायत की.
इस मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिहं द्वारा संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिये गये थे. पुलिस अधीक्षक से निर्देश मिलने के बाद थाना थलीसैंण पुलिस ने घटना की जांच की. और सोशल मीडिया पर नापाक हरकत करके साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले आमिर को गिरफ्तार किया.
ड्राइवर समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज
उत्तराखंड पुलिस ने सोमवार को अल्मोड़ा में खाई में गिरी बस के चालक, कंडक्टर और मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें 36 लोगों की मौत हो गई थी. अल्मोड़ा के डीएम आलोक कुमार पांडे ने कहा कि दुर्घटना का सटीक कारण बताना मुश्किल है और मजिस्ट्रेट जांच से ही इसका पता चल पाएगा.