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नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा पर एक महिला से दुष्कर्म का आरोप है। मुकदमा दर्ज हो चुका है और पीड़िता के 164 के बयान भी दर्ज हो चुके हैं।

माना जा रहा है कि बयान की रिपोर्ट मिलते ही पुलिस मुकेश बोरा पर न सिर्फ कुछ और धाराएं बढ़ा सकती है, बल्कि इसके बाद उसकी तत्काल गिरफ्तारी भी हो सकती है।  लालकुआं निवासी पीड़िता ने शनिवार को लालकुआं पुलिस को तहरीर सौंपी थी। रविवार को मुकेश बोरा पर आईपीसी की धारा 376 व 506 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ और सोमवार को हल्द्वानी कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने महिला के 164 के बयान दर्ज हुए। सूत्र बताते हैं कि महिला ने न सिर्फ 164 के बयान में तहरीर में लिखे आरोप दोहराए बल्कि नए आरोप भी लगाए। सूत्रों का कहना है कि महिला ने आरोप लगाए कि आरोपी की उसकी 12 साल की बेटी पर बुरी तरह थी।

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वह उससे छेड़छाड़ करता था और धमकाता था कि उसे उसके बच्चों के आने-जाने का समय पता है। वह कुछ भी कर सकता है। यदि सूत्र सही है तो पुलिस मुकेश पर कुछ और गंभीर धाराएं बढ़ा सकती है। सूत्र बताते हैं कि मुकेश बोरा गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट से स्टे आर्डर ले सकता है। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा का कहना कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी 164 के बयान की रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। 
 
डेयरी फेडरेशन में तैनात महिला का भी किया उत्पीड़न!

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हल्द्वानी : मुकेश बोरा के खिलाफ एक और मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन में तैनात एक महिला कर्मचारी ने एक माह पहले मुकेश बोरा पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। महिला ने यूसीडीएफ के अ​धिकारियों से इसकी लिखित शिकायत की थी।

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शिकायत में महिला ने आरोप लगाए थे कि लालकुआं स्थित यूसीडीएफ के ट्रेनिंग सेंटर में दुग्ध उत्पादकों की अगस्त में ट्रेनिंग थी। ट्रेनिंग के बाद मुकेश बोरा की महिला से बहस हुई। महिला ने उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। डेयरी विकास विभाग के निदेशक डॉ. संजय खेतवाल ने बताया कि मामला संज्ञान में है। ​शिकायती पत्र की जांच की जा रही है।